रांचीः कर्ज का बोझ किसी भी इंसान को कुछ भी करने के लिए मजबूर कर सकता है. कुछ इसी तरह का मामला सूबे की राजधानी में देखने को मिला जहां एक शख्स अपनी किडनी बेचने के लिए पहुंचा था.
दरअसल, गिरिडीह जिले के जमुआ के रहने वाले रंजन दास मंगलवार को रिम्स पहुंचे थे, ये चाहते थे कि कोई उनकी किडनी खरीद ले. क्योंकि उन्होंने 3 साल पहले अपनी बहन की शादी करने के लिए 7 लाख का कर्ज लिया था. अब कर्ज लेने के बाद कर्जदार इनके घर पर रोज कर्ज की ताना देने आ रहे हैं जिस वजह से यह शख्स मजबूर और लाचार होकर अपनी किडनी बेचने के रांची के रिम्स पहुंच गया.
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हालांकि, रिम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं होने की वजह से यह शख्स अपनी किडनी नहीं बेच सका. लेकिन ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि एक तरफ जहां झारखंड में हो रहे चुनाव में प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पानी की तरह करोड़ों रुपए बहा रहे हैं. तो वहीं दूसरी ओर इसी राज्य का एक शख्स अपनी जरूरतों को भी पूरा करने के लिए हजार रुपए तक की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है.