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सरकार के खिलाफ साजिश मामलाः 21 अक्टूबर को पुलिस दायर करेगी चार्जशीट

हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में पुलिस चार्जशीट दायर करेगी. मामले में पुलिस तीन आरोपियों को जेल भेज चुकी है. विधायक अनूप सिंह इसे लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

police will file charge sheet in conspiracy case against government in ranchi
सरकार के खिलाफ साजिश मामला
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Published : Oct 20, 2021, 7:43 AM IST

Updated : Oct 20, 2021, 8:55 AM IST

रांचीः हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में कोतवाली थाने में दर्ज केस को लेकर पुलिस ने चार्जशीट दायर करने की तैयारी कर ली है. 21 अक्टूबर को पुलिस इस मामले में चार्जशीट दायर करेगी. कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही थी. जिसके बाद पुलिस ने होटल में छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

ये भी पढ़ेंः सरकार गिराने के साजिशकर्ताओं से रांची पुलिस करेगी पूछताछ, अदालत में रिमांड के लिए दिया आवेदन

21 अक्टूबर को चार्जशीट दायर किया जाएगा

इस केस में रांची पुलिस ने तीन आरोपियों अमित सिंह, अभिषेक दूबे और निवारण प्रसाद महतो को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. तीनों आरोपियों को कानूनन लाभ न मिले, ऐसे में 90 दिनों के भीतर चार्जशीट अनिवार्य है. गौरतलब है कि झारखंड सरकार को गिराने की साजिश को लेकर 22 जुलाई को कांग्रेस के बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी. केस के बाद रांची पुलिस ने होटल ली लैक में छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद तीनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया था.

किसी विधायक को अबतक नहीं बनाया गया है आरोपी

हालांकि इस मामले में पुलिस तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर रही है. इसका खुलासा नहीं हो पाया है कि इस मामले में कुछ विधायक सहित कई लोगों के नाम सामने आए थे, मामले की तफ्तीश के लिए राज्य पुलिस की एक विशेष टीम मुंबई और दिल्ली भी गई थी. रांची पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने अबतक किसी भी विधायक को केस का आरोपी नहीं बनाया है. पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आयी थी कि अमित सिंह, अभिषेक दूबे और निवारण प्रसाद महतो के साथ झारखंड कांग्रेस के दो विधायक उमाशंकर अकेला और इरफान अंसारी, जबकि एक निर्दलीय विधायक अमित यादव दिल्ली गए थे. वहां महाराष्ट्र के नेताओं के साथ बैठक हुई थी. इस मामले में विधायकों की भूमिका को लेकर पुलिस जांच कर रही है.

22 जुलाई को हुई थी छापेमारी

सरकार गिराने की साजिश के मामले में पुलिस की टीम ने होटल लीलैक में बीते 22 जुलाई को छापेमारी की थी. कमरा नंबर 310 से चार सूटकेस, दो लाख रुपये नकद, कई हवाई टिकट, कई मोबाइल फोन के साथ साथ कई कागजात जब्त किए थे. इस मामले में बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर कोतवाली थाने में राजद्रोह और साजिश के मामले में केस दर्ज किया गया है. मामले में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद को जेल भेजा गया है.

स्वीकारोक्ति में नाम नहीं होने पर भी सवाल

दूसरी तरफ रांची पुलिस पर भी कई सवाल उठ रहे हैं, सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि सरकार के खिलाफ साजिश मामले में जेल भेजे गए तीनों आरोपियों के कन्फेसन में तीनों विधायकों के नाम नहीं हैं. जबकि आरोपियों के कन्फेसन में उन तमाम लोगों के नाम हैं, जिनसे उन्होंने मुलाकात की. मसलन रांची में आकर जयप्रकाश वर्मा नाम के व्यक्ति से मिलने, दो पत्रकार कुंदन और संतोष कुमार के संपर्क में दो दो विधायक होने, दिल्ली में चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह से मुलाकात और रांची के ली लैक होटल में महाराष्ट्र से आए चार लोगों का नाम, पता सारी चीजें स्वीकारोक्ति बयान में हैं. लेकिन पुलिस की स्वीकारोक्ति में तीनों विधायक का नाम दर्ज नहीं है. सिर्फ उनके द्वारा दिल्ली जाने के लिए फ्लाइट के पीएनआर का नंबर आरोपियों के द्वारा दिया गया है. अब देखना है कि चार्जशीट में पुलिस किन-किन लोगों का नाम शामिल करती है.

रांचीः हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में कोतवाली थाने में दर्ज केस को लेकर पुलिस ने चार्जशीट दायर करने की तैयारी कर ली है. 21 अक्टूबर को पुलिस इस मामले में चार्जशीट दायर करेगी. कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही थी. जिसके बाद पुलिस ने होटल में छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

ये भी पढ़ेंः सरकार गिराने के साजिशकर्ताओं से रांची पुलिस करेगी पूछताछ, अदालत में रिमांड के लिए दिया आवेदन

21 अक्टूबर को चार्जशीट दायर किया जाएगा

इस केस में रांची पुलिस ने तीन आरोपियों अमित सिंह, अभिषेक दूबे और निवारण प्रसाद महतो को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. तीनों आरोपियों को कानूनन लाभ न मिले, ऐसे में 90 दिनों के भीतर चार्जशीट अनिवार्य है. गौरतलब है कि झारखंड सरकार को गिराने की साजिश को लेकर 22 जुलाई को कांग्रेस के बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी. केस के बाद रांची पुलिस ने होटल ली लैक में छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद तीनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया था.

किसी विधायक को अबतक नहीं बनाया गया है आरोपी

हालांकि इस मामले में पुलिस तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर रही है. इसका खुलासा नहीं हो पाया है कि इस मामले में कुछ विधायक सहित कई लोगों के नाम सामने आए थे, मामले की तफ्तीश के लिए राज्य पुलिस की एक विशेष टीम मुंबई और दिल्ली भी गई थी. रांची पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने अबतक किसी भी विधायक को केस का आरोपी नहीं बनाया है. पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आयी थी कि अमित सिंह, अभिषेक दूबे और निवारण प्रसाद महतो के साथ झारखंड कांग्रेस के दो विधायक उमाशंकर अकेला और इरफान अंसारी, जबकि एक निर्दलीय विधायक अमित यादव दिल्ली गए थे. वहां महाराष्ट्र के नेताओं के साथ बैठक हुई थी. इस मामले में विधायकों की भूमिका को लेकर पुलिस जांच कर रही है.

22 जुलाई को हुई थी छापेमारी

सरकार गिराने की साजिश के मामले में पुलिस की टीम ने होटल लीलैक में बीते 22 जुलाई को छापेमारी की थी. कमरा नंबर 310 से चार सूटकेस, दो लाख रुपये नकद, कई हवाई टिकट, कई मोबाइल फोन के साथ साथ कई कागजात जब्त किए थे. इस मामले में बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर कोतवाली थाने में राजद्रोह और साजिश के मामले में केस दर्ज किया गया है. मामले में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद को जेल भेजा गया है.

स्वीकारोक्ति में नाम नहीं होने पर भी सवाल

दूसरी तरफ रांची पुलिस पर भी कई सवाल उठ रहे हैं, सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि सरकार के खिलाफ साजिश मामले में जेल भेजे गए तीनों आरोपियों के कन्फेसन में तीनों विधायकों के नाम नहीं हैं. जबकि आरोपियों के कन्फेसन में उन तमाम लोगों के नाम हैं, जिनसे उन्होंने मुलाकात की. मसलन रांची में आकर जयप्रकाश वर्मा नाम के व्यक्ति से मिलने, दो पत्रकार कुंदन और संतोष कुमार के संपर्क में दो दो विधायक होने, दिल्ली में चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह से मुलाकात और रांची के ली लैक होटल में महाराष्ट्र से आए चार लोगों का नाम, पता सारी चीजें स्वीकारोक्ति बयान में हैं. लेकिन पुलिस की स्वीकारोक्ति में तीनों विधायक का नाम दर्ज नहीं है. सिर्फ उनके द्वारा दिल्ली जाने के लिए फ्लाइट के पीएनआर का नंबर आरोपियों के द्वारा दिया गया है. अब देखना है कि चार्जशीट में पुलिस किन-किन लोगों का नाम शामिल करती है.

Last Updated : Oct 20, 2021, 8:55 AM IST
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