रांचीः राजधानी में पुलिसकर्मियों को अनुसंधान की बारीकियों को समझने और वारदातों को त्वरित गति से सुलझाते के लिए एक पहल की गई. सोमवार को पुलिसकर्मियों को चुस्त-दुरुस्त रखने के मकसद से दक्षिणी छोटानागपुर पुलिस ड्यूटी मीट का आगाज पुलिस लाइन में हुआ, जो 31 अगस्त तक चलेगा. पुलिस ड्यूटी मीट का उद्घाटन रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने किया.
इस ड्यूटी मीट में दक्षिणी छोटानागपुर रेंज के रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा के पुलिस पदाधिकारी ने हिस्सा लिया है. जिसमें अपराध के अनुसंधान से संबंधित जानकारियों को सीखने समेत बढ़ते अपराध के दायरे का वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई और जांच के दौरान साक्ष्य जुटाने में पुलिसकर्मियों को फायदा मिलेगा.
वैज्ञानिक गुर के अध्ययन से होगा बेहतर काम
इस मीट के उद्घाटन के दौरान रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने कहा कि पुलिसकर्मी अनुसंधान के वैज्ञानिक गुर सीखकर बेहतर काम करेंगे. तब ही आपराधिक वारदात के साक्ष्य जुटाकर उन्हें सजा दिला सकेंगे. उन्होंने कहा कि अपराध पर नियंत्रण तब होगा जब मजबूत साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट उन्हें सजा देगी. उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता एक प्रकार का अभ्यास है. जो राज्य स्तर से लेकर राष्ट्र स्तर तक की प्रतियोगिता में पुलिसकर्मियों को अपनी दक्षता साबित करने का मौका देती है.
वहीं, एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि पुलिस का मूल काम अनुसंधान और वारदातों से पर्दाफाश करने का है. इस प्रतियोगिता में सीखे गए गुर और ज्ञान का प्रदर्शन बेहद अहम है जो अनुसंधान में काम आता है.
5 जिलों के 76 प्रतिनिधि होंगे शामिल
बता दें कि पुलिस ड्यूटी मीट में पांच जिलों के 76 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. जो वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे. जिसमें पुलिसकर्मियों के बीच विधि विज्ञान, अपराध अनुसंधान में नियम कानून, कोर्ट का फैसला और फिंगर प्रिंट विषय पर प्रतियोगिता आयोजित की गई है. जमादार और कांस्टेबल स्तर के पुलिसकर्मियों के लिए पुलिस ऑब्जर्वेशन, कंप्यूटर जागरूकता और पुलिस पोर्टरेट, वैज्ञानिक अनुसंधान, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, क्राइम चेकिंग, स्वान दस्ता समेत अन्य कई विषय पर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.