रांचीः नामकुम स्थित रिंग रोड में आपसी रंजिश हुई राजेश नायक हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जेल भेजे गए आरोपियों में नामकुम चाय बगान निवासी रुपेश सिंह और बरगांवा निवासी दिनेश सिंह शामिल हैं.
ये भी पढ़ें-झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: रांची में केंद्रीय चुनाव आयोग के निदेशक, झारखंड चुनाव पर चर्चा
एसएसपी अनीश गुप्ता ने अधिकारिक तौर पर खुलासा करते हुए बताया कि राजेश नायक ने संजय नायक की हत्या की सुपारी ली थी. दरअसल, राजेश संजय नायक से ही हथियार लेकर उसी को मारने वाला था.
इसकी जानकारी राजेश के दोस्त रूपेश ने संजय को वाट्सएप कॉल कर दे दी. जिसके बाद राजेश को मारने के लिए संजय पहले से तैयार बैठा था. जैसे ही राजेश पहुंचा संजय ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. इस दौरान कुल पांच राउंड गोली चली जिसमें संजय, दिनेश और दो अन्य अपराधियों ने फायरिंग की थी. घटना के बाद सभी फरार हो गए थे.
केस से बचाने का जिम्मा लेकर उल्टा ले ली सुपारी
संजय नायक जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ओबरिया लीची बगान निवासी संजय साहू की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. उसी दौरान राजेश नायक भी चुटिया पावर हाउस निवासी अरुण नाग की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. जेल में दोनों की दोस्ती हुई. जेल से छूटकर राजेश संजय के परिवार वालों के पास पहुंचा और उल्टे संजय नायक को ही मारने के लिए दस लाख रुपये में सुपारी ले ली. वहीं, रूपेश ने भेदी का काम करते हुए संजय नायक को वाट्एसएप कॉल कर इसकी जानकारी दे दी. पुलिस के अनुसार राजेश जब रूपेश के साथ जा रहा था, तब रूपेश सेटिंग कर राजेश को संजय से हथियार दिलाने के लिए ले जा रहा था. लेकिन रूपेश ने कुछ और ही साजिश कर रखी थी.
रूपेश के बयान पर ही हुई थी राजेश की गिरफ्तारी
राजेश का करीब दोस्त रूपेश उसके लिए पहले भी घातक साबित हुआ था, जब रूपेश चुटिया निवासी अरूण नाग की हत्या के आरोप में संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने रूपेश का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि राजेश ने अरुण नाग की हत्या की .