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राजेश नायक हत्याकांड में दो गिरफ्तार, जिसकी ली थी सुपारी उसी ने करवा दी हत्या - SSP Aneesh Gupta

रांची में राजेश नायक हत्याकांड के मामले में पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी की है. दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

गिरफ्तार आरोपी
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Published : Nov 8, 2019, 7:10 AM IST

Updated : Nov 8, 2019, 7:32 AM IST

रांचीः नामकुम स्थित रिंग रोड में आपसी रंजिश हुई राजेश नायक हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जेल भेजे गए आरोपियों में नामकुम चाय बगान निवासी रुपेश सिंह और बरगांवा निवासी दिनेश सिंह शामिल हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: रांची में केंद्रीय चुनाव आयोग के निदेशक, झारखंड चुनाव पर चर्चा

एसएसपी अनीश गुप्ता ने अधिकारिक तौर पर खुलासा करते हुए बताया कि राजेश नायक ने संजय नायक की हत्या की सुपारी ली थी. दरअसल, राजेश संजय नायक से ही हथियार लेकर उसी को मारने वाला था.

इसकी जानकारी राजेश के दोस्त रूपेश ने संजय को वाट्सएप कॉल कर दे दी. जिसके बाद राजेश को मारने के लिए संजय पहले से तैयार बैठा था. जैसे ही राजेश पहुंचा संजय ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. इस दौरान कुल पांच राउंड गोली चली जिसमें संजय, दिनेश और दो अन्य अपराधियों ने फायरिंग की थी. घटना के बाद सभी फरार हो गए थे.

केस से बचाने का जिम्मा लेकर उल्टा ले ली सुपारी

संजय नायक जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ओबरिया लीची बगान निवासी संजय साहू की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. उसी दौरान राजेश नायक भी चुटिया पावर हाउस निवासी अरुण नाग की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. जेल में दोनों की दोस्ती हुई. जेल से छूटकर राजेश संजय के परिवार वालों के पास पहुंचा और उल्टे संजय नायक को ही मारने के लिए दस लाख रुपये में सुपारी ले ली. वहीं, रूपेश ने भेदी का काम करते हुए संजय नायक को वाट्एसएप कॉल कर इसकी जानकारी दे दी. पुलिस के अनुसार राजेश जब रूपेश के साथ जा रहा था, तब रूपेश सेटिंग कर राजेश को संजय से हथियार दिलाने के लिए ले जा रहा था. लेकिन रूपेश ने कुछ और ही साजिश कर रखी थी.

रूपेश के बयान पर ही हुई थी राजेश की गिरफ्तारी

राजेश का करीब दोस्त रूपेश उसके लिए पहले भी घातक साबित हुआ था, जब रूपेश चुटिया निवासी अरूण नाग की हत्या के आरोप में संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने रूपेश का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि राजेश ने अरुण नाग की हत्या की .

रांचीः नामकुम स्थित रिंग रोड में आपसी रंजिश हुई राजेश नायक हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जेल भेजे गए आरोपियों में नामकुम चाय बगान निवासी रुपेश सिंह और बरगांवा निवासी दिनेश सिंह शामिल हैं.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: रांची में केंद्रीय चुनाव आयोग के निदेशक, झारखंड चुनाव पर चर्चा

एसएसपी अनीश गुप्ता ने अधिकारिक तौर पर खुलासा करते हुए बताया कि राजेश नायक ने संजय नायक की हत्या की सुपारी ली थी. दरअसल, राजेश संजय नायक से ही हथियार लेकर उसी को मारने वाला था.

इसकी जानकारी राजेश के दोस्त रूपेश ने संजय को वाट्सएप कॉल कर दे दी. जिसके बाद राजेश को मारने के लिए संजय पहले से तैयार बैठा था. जैसे ही राजेश पहुंचा संजय ने उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. इस दौरान कुल पांच राउंड गोली चली जिसमें संजय, दिनेश और दो अन्य अपराधियों ने फायरिंग की थी. घटना के बाद सभी फरार हो गए थे.

केस से बचाने का जिम्मा लेकर उल्टा ले ली सुपारी

संजय नायक जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ओबरिया लीची बगान निवासी संजय साहू की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. उसी दौरान राजेश नायक भी चुटिया पावर हाउस निवासी अरुण नाग की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. जेल में दोनों की दोस्ती हुई. जेल से छूटकर राजेश संजय के परिवार वालों के पास पहुंचा और उल्टे संजय नायक को ही मारने के लिए दस लाख रुपये में सुपारी ले ली. वहीं, रूपेश ने भेदी का काम करते हुए संजय नायक को वाट्एसएप कॉल कर इसकी जानकारी दे दी. पुलिस के अनुसार राजेश जब रूपेश के साथ जा रहा था, तब रूपेश सेटिंग कर राजेश को संजय से हथियार दिलाने के लिए ले जा रहा था. लेकिन रूपेश ने कुछ और ही साजिश कर रखी थी.

रूपेश के बयान पर ही हुई थी राजेश की गिरफ्तारी

राजेश का करीब दोस्त रूपेश उसके लिए पहले भी घातक साबित हुआ था, जब रूपेश चुटिया निवासी अरूण नाग की हत्या के आरोप में संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने रूपेश का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि राजेश ने अरुण नाग की हत्या की .

Intro:रांची के नामकुम स्थित रिंग रोड में हुई राजेश नायक हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जेल भेजे गए आरोपियो  में नामकुम चाय बगान निवासी रुपेश सिंह और बरगांवा निवासी दिनेश सिंह शामिल हैं। एसएसपी अनीश गुप्ता ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी अधिकारिक तौर पर खुलासा किया। एसएसपी के अनुसार राजेश नायक ने संजय नायक की हत्या की सुपारी ली थी। उसी ने राजेश की गोली मारकर हत्या कर दी। दरअसल राजेश संजय नायक से ही हथियार लेकर उसी को मारने वाला था। इसकी जानकारी राजेश के करीबी दोस्त रूपेश ने संजय को वाट्सएप कॉल कर दे दी। इससे बाद राजेश को मारने के लिए संजय पहले से तैयार बैठा था। वहां जैसे राजेश पहुंचा, उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी। इस दौरान राजेश को रूपेश ने पकड़ कर रखा था। संजय, दिनेश और दो अन्य अपराधियों ने फायरिंग की थी। कुल पांच राउंड गोली चली थी। घटना के बाद सभी फरार हो गए थे।


केस से बचाने का जिम्मा लेकर उल्टा ले ली सुपारी

संजय नायक जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ओबरिया लीची बगान निवासी संजय साहू की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसी दौरान राजेश नायक भी चुटिया पावर हाउस निवासी अरुण नाग की हत्या के आरोप में जेल में बंद था। जेल में दोनों की दोस्ती हुई और साथ रहते थे। साथ रहने के दौरान संजय नायक ने उसी संजय साहू के परिवार वालों को मैनेज कर समझौता के लिए कहा जिसकी हत्या के आरोप में जेल में बंद था। इसके लिए डेढ़ लाख रुपये भी लिया। जेल से छूटकर राजेश संजय के परिवार वालों के पास पहुंचा और उल्टे संजय नायक को ही मारने के लिए दस लाख रुपये में सुपारी ले ली। इस भेद को उसने अपने करीबी दोस्त रूपेश को बता दी। जिसने भेदी का काम करते हुए संजय नायक को वाट्एसएप कॉल कर दे दी थी।


रूपेश रखता था राजेश के लिए दुर्भावना

राजेश नायक जिस रूपेश को करीबी दोस्त मानता था वह साथ रहकर भी दुर्भावना रखता था। चूंकि सारे जमीन का काम रूपेश के नाम से ही करता था। हाल में एक जमीन की डील पर 35 लाख देने का वादा किया था। लेकिन दस लाख रुपये ही दिया था। कई अन्य जमीनों पर भी पैसे का बकाया था। इसके अलावा रूपेश संजय नायक का स्कूल का दोस्त भी था। इस वजह से उल्टे राजेश की ही संजय से हत्या करा दी।


बोला था संजय के ही हथियार से उसे मार देंगे...

पुलिस के अनुसार राजेश जब रूपेश के साथ जा रहा था, उस समय भ्रम में था। चूंकि रूपेश सेटिंग कर राजेश को संजय से हथियार दिलाने के लिए ले जा रहा था। इस दौरान राजेश ने रूपेश से कहा था कि चलो रूपेश से हथियार लेकर उसे ही टपका दूंगा। हथियार के पैसे भी नहीं देने पड़ेंगे। लेकिन रूपेश ने कुछ और ही साजिश कर रखा था।


रूपेश के बयान पर ही हुई थी राजेश की गिरफ्तारी

राजेश का करीब दोस्त रूपेश उसके लिए पहले भी घातक साबित हुआ था, जब रूपेश चुटिया निवासी अरूण नाग की हत्या के आरोप में संदिग्ध पाए जाने पर पुलिस हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने रूपेश का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया था। जिसमें बताया था कि राजेश ने अरुण नाग की हत्या की है। इसके बावजूद भी राजेश रूपेश का करीबी था। 

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Last Updated : Nov 8, 2019, 7:32 AM IST
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