रांची: रांची पुलिस ने पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार सुल्तान के पास से पुलिस ने एक कार्बाइन, दर्जन भर कारतूस और कई मोबाइल बरामद किया है.
कुख्यात उग्रवादी है कृष्णा पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव कई बड़े उग्रवादी कांडों में आरोपी है. हाल के दिनों में कृष्णा ने चतरा के पिपरवार में आगजनी की वारदात को अंजाम दिया था. उसकी सक्रियता रांची के कोयला क्षेत्र खलारी, बुढमू के साथ साथ चतरा के पिपरवार में थी. रांची और चतरा पुलिस की संयुक्त टीम के साथ टेक्निकल सेल की टीम ने छापेमारी कर बुढमू इलाके से कृष्णा यादव को गिरफ्तार किया है.
दिनेश गोप ने दिया था कोयला प्रोजेक्ट से वसूली का आदेशसुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर कृष्णा यादव चतरा के कोयला प्रोजेक्ट से वसूली के लिए लगातार दबिश बना रहा था. तीन माह पूर्व उसने पिपरवार में सीआईएसएफ के कर्मियों को बंधक बनाकर बमबारी और आगजनी की थी. घटना के बाद इलाके के लोडर, ट्रांसपोर्टर से वसूली के लिए दबाव भी डाला जा रहा था. लगातार वारदातों को अंजाम देने की वजह हजारीबाग के डीआईजी अमोल वी होमकर के निर्देश पर कृष्णा यादव की गिरफ्तारी के लिए अभियान भी चलाया गया था. वहीं, डीजीपी एमवी राव ने भी हालिया चतरा दौरे पर पुलिसकर्मियों को कृष्णा यादव की गिरफ्तारी का टास्क दिया था. सीनियर एसपी सुरेंद्र झा ने बताया कि कृष्णा यादव गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम पिछले एक महीने से जंगलों की खाक छान रही थी.
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पिता की हत्या के बाद संगठन में हुआ शामिल
गिरफ्तार कृष्णा यादव की उग्रवादी बनने की कहानी भी किसी फिल्म के स्क्रिप्ट से कम नहीं है. साल 2012 में कृष्णा के पिता की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद कृष्णा जंगल भाग गया और पीएलएफआई में भर्ती हो गया. पीएलएफआई में भर्ती होने के बाद उसने सबसे पहले अपने पिता के हत्यारे की गोली मार कर हत्या कर दी.
तेज तर्रार होने की वजह से करीबी बना सुप्रीमो
तेजतर्रार और मेहनती होने की वजह से जल्दी कृष्ण यादव पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश के करीब आ गया. कोरोना संक्रमण की वजह से जब संगठन में पैसे की कमी हुई तब दिनेश गोप के आदेश पर कृष्णा यादव कोयला क्षेत्र पर अपनी दबिश बना रहा था, ताकि लेवी वसूल कर संगठन को मजबूत किया जा सके.