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चाईबासा में बच्चे के गले में फंस गई प्लास्टिक की सीटी, डॉक्टर्स ने दी अभिभावकों को नसीहत

चाईबासा में माता-पिता की लापरवाही से एक बच्चे पर आफत आ गई. 13 साल के बच्चे के सांस की नली में सीटी फंस गई. हालत ऐसी हो गई कि उसे रिम्स में भर्ती कराना पड़ा, जहां एंडोस्कोपी विधि से इलाज कर बच्चे की जान बचाई गई.

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Published : Oct 23, 2021, 12:40 PM IST

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लापरवाही से खतरे में बच्चों की जान

चाईबासा: कहते हैं संतान को जन्म देने के साथ ही मां- बाप के दायित्व बढ़ जाते हैं. बच्चे की परवरिश और देखभाल में जरा सी चूक आपके बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में बच्चे को सही परवरिश और सुरक्षा मिले इसकी पूरी जिम्मेदारी भी माता पिता की ही मानी जाती है. लेकिन आज की भागम भाग वाली लाइफस्टाइल में लोग बच्चों के प्रति कई बार लापरवाह हो जाते हैं. जिसका खमियाजा उन्हें भी परेशानियों के साथ भुगतना पड़ता है.

ऐसा ही एक मामला चाईबासा में आया जिसमें बच्चों को बहलाने-फुसलाने के लिए दी गई वस्तु से बच्चे की मुसीबत बन गई और परिजनों को भी परेशान होना पड़ा. इसलिए बच्चों को क्या दे रहे हैं, इसको पहले ही परख लें और यह भी देख लें कि उनमें कोई ऐसी वस्तु न हो जो घातक हो या उन चीजों का इस्तेमाल और खतरा बच्चों को पहले ही बता दें.

ये भी पढ़ें- चाइल्ड पोर्नग्राफी के गिरिडीह से जुड़े तार, व्हाट्सएप से पोर्न परोसने पर रांची समते कई जगहों पर दबिश

जानलेवा हो सकता है पैकेट में बंद खिलौना

चाईबासा के सोनवा प्रखंड का रहने वाले 13 वर्ष दनियाल के गले में प्लास्टिक की सिटी उस वक्त फंस गई जब वह पैकेट से चिप्स खा रहा था. सीटी फंसने से बेहाल दनियाल को पहले सदर अस्पताल चाईबासा में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया. रिम्स में पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने करीब डेढ़ घंटे तक जटिल ऑपरेशन कर एंडोस्कोपी विधि से बच्चे की सांस नली से सिटी को बाहर निकाला. अब बच्चा खतरे से बाहर बताया जा रहा है.

देखें वीडियो

डॉक्टरों ने जताई चिंता

पूरी घटना पर पीडियाट्रिक विभाग के चिकित्सकों ने चिंता जाहिर की है. उनकी माने तो पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे केस रिम्स पहुंचे हैं जिसमें बच्चे के पेट से सिक्के, प्लास्टिक के खिलौने, सिटी इत्यादि निकाले गए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में लगभग 50 रुपये से ज्यादा के सिक्के बच्चों के पेट से निकाले गए हैं. डॉक्टरों के अनुसार अभिभावक अपने बच्चों पर कम ध्यान दे रहे हैं जिस वजह से इस तरह के मामले देखने को मिलते हैं. इसीलिए जरूरी है कि बच्चों के खाने पीने पर अभिभावक ध्यान दें ताकि वे सेहतमंद बने रहें.

चाईबासा: कहते हैं संतान को जन्म देने के साथ ही मां- बाप के दायित्व बढ़ जाते हैं. बच्चे की परवरिश और देखभाल में जरा सी चूक आपके बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में बच्चे को सही परवरिश और सुरक्षा मिले इसकी पूरी जिम्मेदारी भी माता पिता की ही मानी जाती है. लेकिन आज की भागम भाग वाली लाइफस्टाइल में लोग बच्चों के प्रति कई बार लापरवाह हो जाते हैं. जिसका खमियाजा उन्हें भी परेशानियों के साथ भुगतना पड़ता है.

ऐसा ही एक मामला चाईबासा में आया जिसमें बच्चों को बहलाने-फुसलाने के लिए दी गई वस्तु से बच्चे की मुसीबत बन गई और परिजनों को भी परेशान होना पड़ा. इसलिए बच्चों को क्या दे रहे हैं, इसको पहले ही परख लें और यह भी देख लें कि उनमें कोई ऐसी वस्तु न हो जो घातक हो या उन चीजों का इस्तेमाल और खतरा बच्चों को पहले ही बता दें.

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जानलेवा हो सकता है पैकेट में बंद खिलौना

चाईबासा के सोनवा प्रखंड का रहने वाले 13 वर्ष दनियाल के गले में प्लास्टिक की सिटी उस वक्त फंस गई जब वह पैकेट से चिप्स खा रहा था. सीटी फंसने से बेहाल दनियाल को पहले सदर अस्पताल चाईबासा में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया. रिम्स में पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने करीब डेढ़ घंटे तक जटिल ऑपरेशन कर एंडोस्कोपी विधि से बच्चे की सांस नली से सिटी को बाहर निकाला. अब बच्चा खतरे से बाहर बताया जा रहा है.

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डॉक्टरों ने जताई चिंता

पूरी घटना पर पीडियाट्रिक विभाग के चिकित्सकों ने चिंता जाहिर की है. उनकी माने तो पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे केस रिम्स पहुंचे हैं जिसमें बच्चे के पेट से सिक्के, प्लास्टिक के खिलौने, सिटी इत्यादि निकाले गए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में लगभग 50 रुपये से ज्यादा के सिक्के बच्चों के पेट से निकाले गए हैं. डॉक्टरों के अनुसार अभिभावक अपने बच्चों पर कम ध्यान दे रहे हैं जिस वजह से इस तरह के मामले देखने को मिलते हैं. इसीलिए जरूरी है कि बच्चों के खाने पीने पर अभिभावक ध्यान दें ताकि वे सेहतमंद बने रहें.

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