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रांची सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से डॉक्टर गायब! मरीजों और सुरक्षाकर्मियों के बीच खूब हुई तू-तू-मैं-मैं - रांची सदर अस्पताल में मरीज परेशान

रांची सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) के इमरजेंसी वार्ड में लगभग 1 घंटे तक डॉक्टर नहीं थे. वार्ड में डॉक्टरों के सहयोगी मेडिकल स्टाफ और नर्स भी गायब थी. जिसके कारण मरीजों और परिजनों को काफी परेशानी हुई. इस दौरान जब परिजनों ने सुरक्षाकर्मियों से डॉक्टरों के बारे में जानकारी लेना चाही तो सुरक्षाकर्मी परिजनों से ही उलझ गए.

Patients suffered due to lack of doctor
रांची सदर अस्पताल
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Published : Nov 22, 2021, 7:13 PM IST

रांची: सदर अस्पताल रांची (Ranchi Sadar Hospital) में इमरजेंसी सेवा करीब एक घंटे तक बिना डॉक्टरों का ही रहा. इस दौरान डॉक्टर के सहयोगी मेडिकल स्टाफ और नर्सें भी गायब दिखीं. ऐसे में इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान परिजनों का मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के साथ बकझक भी हुई. बाद में डॉक्टरों के आने के बाद मामला शांत हुआ.


इसे भी पढ़ें: रांची सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के शौचालय में लटका है ताला, भटक रहे हैं मरीज



सदर अस्पताल रांची में यह व्यवस्था की गई है कि डॉक्टरों के शिफ्ट चेंज के समय जब तक अगले शिफ्ट का डॉक्टर नहीं आ जाते, तब तक पूर्व के शिफ्ट वाले इमरजेंसी ओपीडी नहीं छोड़ेंगे. ताकि बिना डॉक्टर का इमरजेंसी न रहे. इस तय मानक का पालन किए बिना ही सुबह के शिफ्ट में कार्यरत डॉक्टरों ने अपना समय पूरा होते ही इमरजेंसी ओपीडी छोड़ दिया. दोपहर से शाम तक के शिफ्ट वाले डॉक्टर किसी वजह से लेट हो गए थे. नतीजा यह हुआ कि बड़ी संख्या में पहुंचे मरीजों को लाइन में खड़े होकर डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा.

देखें पूरी खबर



क्या कहते हैं परिजन

इमरजेंसी के बाहर लाइन में लगे मरीज के परिजन एसके सेन, मोहम्मद शमीम, बम कुमार ने ईटीवी भारत से कहा कि डॉक्टर नहीं रहने के कारण लाइन में लगे हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टर के बारे में पूछने पर सुरक्षाकर्मी बदतमीजी पर उतर जा रहे हैं.


इसे भी पढ़ें: उपलब्धिः लक्ष्य सर्टिफिकेशन हासिल करने वाला देश का पहला जिला अस्पताल बना रांची सदर अस्पताल



क्या कहते हैं उपाधीक्षक

सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक ने बताया कि कभी-कभी इंडोर से डॉक्टर को कॉल कर बुलाया जाता है. ऐसे में संभव है कि इमरजेंसी में कुछ देर डॉक्टर न हों. वहीं डॉ सव्यसाची मंडल ने कहा कि ऐसा कभी-कभी ही होता है और अक्सर डॉक्टर इमरजेंसी में 24 घंटे तैनात रहते हैं.

रांची: सदर अस्पताल रांची (Ranchi Sadar Hospital) में इमरजेंसी सेवा करीब एक घंटे तक बिना डॉक्टरों का ही रहा. इस दौरान डॉक्टर के सहयोगी मेडिकल स्टाफ और नर्सें भी गायब दिखीं. ऐसे में इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इस दौरान परिजनों का मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के साथ बकझक भी हुई. बाद में डॉक्टरों के आने के बाद मामला शांत हुआ.


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सदर अस्पताल रांची में यह व्यवस्था की गई है कि डॉक्टरों के शिफ्ट चेंज के समय जब तक अगले शिफ्ट का डॉक्टर नहीं आ जाते, तब तक पूर्व के शिफ्ट वाले इमरजेंसी ओपीडी नहीं छोड़ेंगे. ताकि बिना डॉक्टर का इमरजेंसी न रहे. इस तय मानक का पालन किए बिना ही सुबह के शिफ्ट में कार्यरत डॉक्टरों ने अपना समय पूरा होते ही इमरजेंसी ओपीडी छोड़ दिया. दोपहर से शाम तक के शिफ्ट वाले डॉक्टर किसी वजह से लेट हो गए थे. नतीजा यह हुआ कि बड़ी संख्या में पहुंचे मरीजों को लाइन में खड़े होकर डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा.

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क्या कहते हैं परिजन

इमरजेंसी के बाहर लाइन में लगे मरीज के परिजन एसके सेन, मोहम्मद शमीम, बम कुमार ने ईटीवी भारत से कहा कि डॉक्टर नहीं रहने के कारण लाइन में लगे हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टर के बारे में पूछने पर सुरक्षाकर्मी बदतमीजी पर उतर जा रहे हैं.


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क्या कहते हैं उपाधीक्षक

सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक ने बताया कि कभी-कभी इंडोर से डॉक्टर को कॉल कर बुलाया जाता है. ऐसे में संभव है कि इमरजेंसी में कुछ देर डॉक्टर न हों. वहीं डॉ सव्यसाची मंडल ने कहा कि ऐसा कभी-कभी ही होता है और अक्सर डॉक्टर इमरजेंसी में 24 घंटे तैनात रहते हैं.

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