रांची: पंचायत सचिव अभ्यर्थियों ने मेघा सूची निकालने की मांग को लेकर सोमवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में ही धरना दे दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 15 नवंबर तक मेघा सूची निकालने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक यह सूची जारी नहीं की गई है. ऐसे में वह अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं.
दरअसल, पंचायत सचिव अभ्यर्थियों ने 2016 में परीक्षा दी. उसके बाद सारी प्रक्रिया वर्ष 2018 तक कंप्लीट कर ली गई, लेकिन उसके बाद अब तक मेघा सूची जारी नहीं की गई है, जिसकी वजह से लगभग 4000 अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. इसको लेकर पिछले दिनों अभ्यर्थियों के द्वारा मोरहाबादी मैदान में अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. इसके बाद कांग्रेस के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने इनके धरना को समाप्त करवाया था और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इनकी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से कृषि मंत्री बादल को जिम्मेवारी सौंपी गई थी साथ ही कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में मंत्री बादल ने इन अवैध अभ्यर्थियों को अस्वस्थ किया था कि 15 नवंबर से पहले मेघा सूची जारी कर दी जाएगी.
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15 नवंबर तक मेघा सूची जारी नहीं करने से नाराज अभ्यर्थियों ने कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में ही धरना दे दिया है. छात्र नेता इमाम शफी ने बताया कि सरकार की ओर से दिए गए आश्वासन पर कोई कार्यवाई नहीं हुई है. ऐसे में अभ्यर्थियों में अब असमंजस में हैं कि कहां जाए. वहीं, पंचायत सचिव अभ्यर्थी सविता कुमारी ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने आश्वासन दिया था. ऐसे में उम्मीद थी कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा, लेकिन अब तक इसको लेकर कोई पहल नहीं की गई है.