रांची: हजारीबाग में कई स्वास्थ्यकर्मियों को आउटसोर्सिंग के आधार पर बहाल किया गया था. जिन्होंने कोरोना काल में भी अपनी जान पर खेलकर लोगों की सेवा की. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा था कि जो भी लोग आउटसोर्सिंग पर बहाल हैं और काम कर रहे हैं, उन्हें कोरोना काल के बाद स्थायी कर दिया जाएगा. लेकिन अब तक उनकी स्थायी नियुक्ति नहीं की गई है. इसे लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने आपत्ति दर्ज कराई है. जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन्हें मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है.
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हजारीबाग जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से जिला स्तर पर नई बहाली की जा रही है और आउटसोर्सिंग पर बहाल कर्मचारियों को स्थाई करने पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है. लगभग 200 से 300 लोग आउटसोर्सिंग पर सालों से काम कर रहे हैं और उन्हें बार-बार स्थायीकरण करने का आश्वासन दिया जा चुका है. लेकिन दूसरे जिलों से आए लोगों को स्थायी नौकरी दी जा रही है और स्थानीयों को आउटसोर्सिंग पर ही रखा जा रहा है. जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया था कि जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा स्थानीय लोगों की नियुक्ति की जाएगी.
मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिया आश्वासन
आउटसोर्सिंग पर बहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने रांची में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात की. उन्होंने मंत्री को अपनी सारी समस्याओं से अवगत कराया. जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है. वहीं स्थायी नियुक्ति की मांग कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि यदि स्वास्थ्य मंत्री हमारी बातों पर संज्ञान नहीं लेते हैं तो आने वाले समय में हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो जाएंगे.