रांची: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रांची टीम ने रांची के पंडरा इलाके में छापेमारी कर एक नाबालिग सहित दो लोगों को अवैध अफीम के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों शख्स पिता और बेटे हैं. गिरफ्तार मुकेश चौरसिया अपने नाबालिग बेटे से भी अफीम की तस्करी करवा रहा था. बरामद अफीम की कीमत बाजार में ढाई लाख रुपए बताई जा रही है.
कैसे हुई गिरफ्तारी
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक सुरेश कुमार को यह सूचना मिली थी कि खूंटी से अफीम लाकर तस्करों का एक गिरोह यूपी के बनारस और बिहार के गया में अफीम की तस्करी कर रहा है. सूचना पर नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम लगातार अफीम तस्करों की तलाश में जुटी हुई थी. इसी बीच ब्यूरो के अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह को यह सूचना मिली कि मुकेश चौरसिया नाम का अफीम तस्कर रांची के रातू रोड में अफीम की डिलीवरी देने वाला है.
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बेटे से भी करवा रहा था तस्करी
सूचना पर सुरेश कुमार सिंह अपने इंटेलिजेंस ऑफिसर अमित भगत और पूरी टीम के साथ मुकेश चौरसिया को धर दबोचने के लिए रातू रोड पहुंच गए. उस दौरान मुकेश चौरसिया रातू रोड स्थित पुराने बस स्टैंड में पहुंचा हुआ था. नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की टीम को देखते ही वह भागने लगा. इस भागमभाग में नारकोटिक्स डिपार्टमेंट का ड्राइवर भी घायल हो गया. रेड के दौरान मुकेश चौरसिया तो मौके से फरार होने में कामयाब हो गया, लेकिन उसका नाबालिग 17 वर्षीय बेटा नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के हत्थे चढ़ गया.
छापेमारी कर गिरफ्तारी
पूछताछ के दौरान चौरसिया के नाबालिग ने बताया कि अफीम की खेप जो लगभग 2.01 किलोग्राम है, उसने अपने घर में छिपा कर रखा है. जिसके बाद टीम ने मंगलवार रात ही छापेमारी कर मुकेश चौरसिया के घर से 2 .01 किलो के लगभग अफीम बरामद कर लिया. इसी बीच बुधवार की सुबह सूचना मिली कि मुकेश चौरसिया पंडरा इलाके के फ्रेंड्स कॉलोनी में छिपा हुआ है. जिसके बाद नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की टीम ने छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया.
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नाबालिग बेटे से भी करवा रहा था तस्करी
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि मुकेश चौरसिया के बारे में लगातार या सूचना मिल रही थी कि वह खूंटी से अफीम लाकर बनारस और गया के डोभी में उसकी सप्लाई कर रहा है. इसे लेकर ब्यूरो की टीम लगातार उस पर नजर रखे हुए थी. इस दौरान यह भी सूचना मिली कि इस अवैध धंधे में मुकेश ने अपने नाबालिग बेटे को भी शामिल कर रखा है.
बाल सुधार गृह भेजा गया
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के इंटेलिजेंस अफसर अमित भगत ने बताया कि अफीम के तस्करों के खिलाफ उनका ब्यूरो लगातार काम कर रहा है और उन्हें इसमें सफलताएं भी मिल रही हैं. मुकेश चौरसिया को जेल भेज दिया गया है. जबकि उसके नाबालिग बेटे को बाल सुधार गृह भेजा गया है.
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झारखंड के बाहर छापेमारी
कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक सुरेश सिंह ने बताया कि गिरफ्तार मुकेश चौरसिया ने अपने गिरोह के कई लोगों का नाम बताया है. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. गिरोह के कई सदस्य झारखंड के बाहर भी काम करते हैं. ब्यूरो की एक टीम उन्हें गिरफ्तार करने के लिए भी झारखंड के बाहर छापेमारी कर रही है.