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क्या 27 मई के बाद भी झारखंड में जारी रहेगा लॉकडाउन, जानिए क्या कहते हैं नेता

झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह चल रहा है. 27 मई तक ये प्रभावी है. प्रदेश में इसकी मियाद बढ़ाई जाएगी या फिर लॉकडाउन खत्म किया जाएगा. ईटीवी भारत के साथ जानिए प्रदेश के सियासी दलों ने इसको लेकर क्या कहा है?

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Published : May 22, 2021, 9:05 PM IST

Updated : May 24, 2021, 8:57 AM IST

रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 27 मई की सुबह 6 बजे तक प्रभावी है. 12 मई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में पाबंदी बढ़ाने के अलावा कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने फैसला लिया था. अघोषित इस लॉकडाउन के कारण झारखंड ने कोरोना का चेन तोड़ने में सफलता पाई है. जिसके कारण संक्रमण दर में कमी आई है.

झारखंड में लॉकडाउन पर नेताओं की राय

इसे भी पढ़ें- कोरोना मरीजों को ठीक करना चुनौती, डॉक्टरों ने कहा- हमने साकार किया

मुख्यमंत्री ने किया था ट्वीट

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसे सकारात्मक मानते हुए ट्वीट के माध्यम से कहा है कि 'राज्य में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है. पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर भी 4 प्रतिशत के आस पास बनी हुई है. ये आंकड़ें कोरोना से हमारे संघर्ष में उत्साहवर्धक हैं और इसके लिए लिए मैं स्वास्थ्य कर्मियों समेत कोरोना के खिलाफ मुहिम में लगे हर एक कर्मी और राज्य की जनता का अभिनंदन करता हूं. पर मेरे मुताबिक कोरोना का पीक अभी पार नहीं हुआ है. जब तक राज्य में कोरोना से एक भी राज्यवासी की मौत हो रही है तब तक पीक है, खतरा है और हम ना तो खुश हो सकते हैं और ना ही चैन से बैठ सकते हैं.'

मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि 'ग्रामीण क्षेत्रों में अब हम और तीव्र गति से टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दे रहे हैं. तीसरे चरण की तैयारी हेतु हम एसओपी बनाने समेत अन्य जरूरी कदम उठा रहे हैं. मुझे मालूम है कि वैक्सीन निबंधन में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या के समाधान हेतु हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और जल्द ही इससे निजात मिलेगी. आप सबसे पुनः प्रार्थना है कि बिना मास्क घरों से ना निकलें. आपको वैक्सीन राज्य सरकार की तरफ से निःशुल्क दिया जा रहा है और यह पूरी तरह सुरक्षित है. अतः खुद लें और अपने आस पड़ोस में भी लोगों को वैक्सीन लेने हेतु प्रोत्साहित करें.'

एक बार फिर बढेगा पाबंदी के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट के बाद स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 27 मई के बाद फिर बढे़गा. इधर विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए पाबंदी के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढाने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता शमशेर आलम ने सरकार के इस पहल की सराहना करते हुए एक बार फिर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की मांग की है.

प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी, आजसू ने भी सरकार के निर्णय के साथ होने की बात कही है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अमित सिंह ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ रहे मामलों को देखते हुए सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की अगर पहल करती है तो पार्टी उसका समर्थन करेगी. आजसू नेता संतोष कुमार सोनी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के आगमन से जिस तरह से संक्रमण का खतरा है, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और मृत्यु दर अभी भी ज्यादा है. इसलिए पार्टी 15 दिन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की मांग करता है.

इसे भी पढ़ें- रांची में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 18+ वाले करा सकते हैं स्लॉट बुक, आज रात 9 बजे के बाद शुरू होगी बुकिंग

सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाए जाने पर पार्टी का स्टैंड 26 मई को फैसला लेगी. बहरहाल विभिन्न राजनीतिक दलों की राय और कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 27 मई के बाद पाबंदियों के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाए जाने के आसार हैं. हालांकि इस संबंध में अंतिम निर्णय 26 मई को होनेवाली आपदा प्रबंधन की बैठक में ही निर्णय लिया जाएगा.

रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 27 मई की सुबह 6 बजे तक प्रभावी है. 12 मई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में पाबंदी बढ़ाने के अलावा कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने फैसला लिया था. अघोषित इस लॉकडाउन के कारण झारखंड ने कोरोना का चेन तोड़ने में सफलता पाई है. जिसके कारण संक्रमण दर में कमी आई है.

झारखंड में लॉकडाउन पर नेताओं की राय

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मुख्यमंत्री ने किया था ट्वीट

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसे सकारात्मक मानते हुए ट्वीट के माध्यम से कहा है कि 'राज्य में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है. पिछले कुछ दिनों से संक्रमण दर भी 4 प्रतिशत के आस पास बनी हुई है. ये आंकड़ें कोरोना से हमारे संघर्ष में उत्साहवर्धक हैं और इसके लिए लिए मैं स्वास्थ्य कर्मियों समेत कोरोना के खिलाफ मुहिम में लगे हर एक कर्मी और राज्य की जनता का अभिनंदन करता हूं. पर मेरे मुताबिक कोरोना का पीक अभी पार नहीं हुआ है. जब तक राज्य में कोरोना से एक भी राज्यवासी की मौत हो रही है तब तक पीक है, खतरा है और हम ना तो खुश हो सकते हैं और ना ही चैन से बैठ सकते हैं.'

मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि 'ग्रामीण क्षेत्रों में अब हम और तीव्र गति से टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दे रहे हैं. तीसरे चरण की तैयारी हेतु हम एसओपी बनाने समेत अन्य जरूरी कदम उठा रहे हैं. मुझे मालूम है कि वैक्सीन निबंधन में आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या के समाधान हेतु हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और जल्द ही इससे निजात मिलेगी. आप सबसे पुनः प्रार्थना है कि बिना मास्क घरों से ना निकलें. आपको वैक्सीन राज्य सरकार की तरफ से निःशुल्क दिया जा रहा है और यह पूरी तरह सुरक्षित है. अतः खुद लें और अपने आस पड़ोस में भी लोगों को वैक्सीन लेने हेतु प्रोत्साहित करें.'

एक बार फिर बढेगा पाबंदी के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह
मुख्यमंत्री के इस ट्वीट के बाद स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 27 मई के बाद फिर बढे़गा. इधर विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए पाबंदी के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढाने की मांग की है. कांग्रेस प्रवक्ता शमशेर आलम ने सरकार के इस पहल की सराहना करते हुए एक बार फिर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की मांग की है.

प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी, आजसू ने भी सरकार के निर्णय के साथ होने की बात कही है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अमित सिंह ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ रहे मामलों को देखते हुए सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की अगर पहल करती है तो पार्टी उसका समर्थन करेगी. आजसू नेता संतोष कुमार सोनी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के आगमन से जिस तरह से संक्रमण का खतरा है, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और मृत्यु दर अभी भी ज्यादा है. इसलिए पार्टी 15 दिन स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाने की मांग करता है.

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सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाए जाने पर पार्टी का स्टैंड 26 मई को फैसला लेगी. बहरहाल विभिन्न राजनीतिक दलों की राय और कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 27 मई के बाद पाबंदियों के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह बढ़ाए जाने के आसार हैं. हालांकि इस संबंध में अंतिम निर्णय 26 मई को होनेवाली आपदा प्रबंधन की बैठक में ही निर्णय लिया जाएगा.

Last Updated : May 24, 2021, 8:57 AM IST
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