रांची: राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स की शाखा खोलना अनिवार्य किया गया है. इस दिशा में रांची विश्वविद्यालय ने शुरुआत तो कर दी, लेकिन इस शाखा को संचालित करने में विश्वविद्यालय सफल साबित नहीं हो रहा है. इससे विद्यार्थियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से इस संबंध में पूछा गया तो सफाई में कुछ और ही कहा जा रहा है.
नई शिक्षा नीति के तहत राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स की एक शाखा खोलना अनिवार्य किया गया है. रांची विश्वविद्यालय में डीएसडब्लू ऑफिस में इस शाखा का उद्घाटन बड़े ही तामझाम के साथ किया गया. लेकिन अब यह शाखा बंद है. विद्यार्थी रोजाना इस ऑफिस में आकर कई तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं. लेकिन यहां उन्हें कोई भी जानकारी नहीं मिल पाती. विद्यार्थियों ने इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
क्या था उद्देश्य
इंटरनेशनल अफेयर्स शाखा के जरिए विदेश जाने वाले विद्यार्थी और विदेशों से आने वाले विद्यार्थी पासपोर्ट वीजा के साथ-साथ विश्वविद्यालयों में सीटों की जानकारी ले सकते हैं. नामांकन के अतिरिक्त स्कॉलरशिप संबंधित जानकारी भी शाखा से विद्यार्थी प्राप्त कर सकते हैं. इससे विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी. लेकिन रांची विश्वविद्यालय के इस ऑफिस में अब ताला जड़ा है. अगर ये ऑफिस काम करता तो विद्यार्थियों को सिंगल विंडो सिस्टम के तहत एक छत के नीचे कई व्यवस्थाएं मिल जाती. ऑफिस के बंद होने से विद्यार्थियों को इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है. विद्यार्थियों की परेशानियों को देखते हुए ही इस दिशा में कदम उठाया गया था. लेकिन यह योजना सफेद हाथी साबित हो रहा है.
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विश्वविद्यालय प्रबंधन के सफाई
मामले को लेकर हमारी टीम ने जब विश्वविद्यालय के डीएसडब्लू आरके शर्मा से पूछा तो उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति इस राज्य में लागू नहीं है. इसी वजह से ऑफिस शुरू नहीं किया जा सका है. हालांकि इसका उद्घाटन बड़े ही तामझाम के साथ हुआ था. अब यह योजना ठंडे बस्ते में चला गया है. जो विद्यार्थियों के लिए दुर्भाग्य की बात है.