रांची: राज्यसभा चुनाव 2016 में जगन्नाथपुर थाने में दर्ज केस में नया ट्वीस्ट आ गया है. केस में रांची पुलिस को साल 2018 से ही मूलयंत्र की तलाश थी, इसी बीच अचानक पूर्व विधायक ने मूलयंत्र जमा करवा दिया है.
निर्मला देवी ने सौंपा मूलयंत्र
बड़कागांव की पूर्व विधायक निर्मला देवी ने कथित तौर पर बातचीत से जुड़ा मूलयंत्र रांची के न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अनुज कुमार की अदालत में जमा करा दिया है. निर्मला देवी ने मोटरोला के मोबाइल सेट को मूलयंत्र बताते हुए जमा कराया है. उन्होंने कोर्ट को जानकारी दी है कि केस संख्या 154/18 में सीआरपीएसी 91 के तहत साक्ष्य संकलन और जांच के लिए मूलयंत्र जमा करने का नोटिस 23 जून 2018 व 3 अगस्त 2018 को भेजा गया था.
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एफएसएल से करायी जाएगी जांच
कथित मूलयंत्र को जांच के लिए गांधीनगर एफएसएल भेजा जाएगा, जगन्नाथपुर थाने में दर्ज केस की एडीजी सीआईडी अनिल पालटा ने समीक्षा की थी. समीक्षा के बाद केस के अनुसंधानक को आदेश दिया गया था कि वह रिकॉर्डिंग के मूलयंत्र की जांच प्राप्त कर इसकी जांच कराएं. सीआईडी के द्वारा केस की समीक्षा के बाद नए बिंदूओं पर जांच के आदेश दिए गए थे. जिसके बाद जगन्नाथपुर पुलिस ने इस मामले में नए सिरे से बाबूलाल मरांडी, योगेंद्र साव, निर्मला देवी, निर्मला देवी के सहयोगी मंटू सोनी समेत कईयोx का बयान दर्ज कराया है.
बातचीत के ऑडियो की जांच में 27 बार छेड़छाड़
रांची पुलिस ने पूर्व में इस मामले में कोर्ट में जमा बातचीत के आडियो को जांच के लिए गांधीनगर एफएसएल भेजा था. एफएसएल की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई थी कि पूरी बातचीत में तकरीबन 27 बार छेड़छाड़ था. ऐसे में एफएसएल ने भी मूलयंत्र की जरूरत बताते हुए रांची पुलिस को पत्र लिखा था.