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कचरे से मिली नवजात खेल रही वर्दी वाली मां के आंचल में, 'मासूम' थाने में बनी नन्ही मेहमान - रांची में कचरे में मिली नवजात

रांची आर्मी कैंप के पास कचरे के ढेर से एक नवजात बच्ची मिली है. खेलगांव थाने में पदस्थ एएसआई उषा की नजर पड़ी और उन्होंने नवजात की जान बचा ली. फिलहाल सीडब्ल्यूसी को इसकी जानकारी दे दी गई है.

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एएसआई उषा की गोद में नवजात
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Published : Sep 10, 2020, 4:13 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 4:30 PM IST

रांची: बच्चे को पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते. मन्नत मांगते हैं, जगह-जगह मंदिर और मस्जिदों में जाकर मत्था तक टेकते हैं, लेकिन रांची में एक ऐसी घटना हुई है जिसने सबके दिल को झकझोर कर रख दिया है. यहां आर्मी कैंप के पास किसी ने एक नवजात बच्ची को रात के अंधेरे में कचरे के ढेर में फेंक दिया और फिर वहां से फरार हो गया, लेकिन उस नवजात की किस्मत अच्छी थी जो उस पर खेलगांव थाने में पदस्थ एएसआई उषा की नजर पड़ गई और उसने नवजात की जान बचा ली.

देखें पूरी खबर
एएसआई उषा चर्चा मेंलॉकडाउन के दौरान आम लोगों की मदद कर चर्चा में आई एएसआई उषा एक बार फिर से चर्चा में हैं. उषा रांची के खेलगांव ओपी में पदस्थ हैं. उषा बताती हैं कि वह गश्त के दौरान खेलगांव के पास स्थित आर्मी कैंप के पास से गुजर रहीं थी इतने में एक बच्चे की रोने की आवाज आई, जब वह मौके पर पहुंची तो देखा कि एक नवजात बच्ची जमीन पर पड़ी हुई है.

उसने तुरंत बच्ची को अपनी गोद में ले लिया और नजदीक के डॉक्टर के पास ले गईं और उसका चेकअप करवाया. डॉक्टर ने कहा कि बच्ची लगभग 10 दिनों की है और ऐसा लगता है कि लड़की होने की वजह से या फिर किसी अन्य वजह से इसकी मां ने इसे सड़क पर फेंक दिया डॉक्टर ने यह भी कहा कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है. केवल भूखी है जिसके बाद उसने अपने वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और उन्हें यह कहा कि वे फिलहाल बच्ची को अपने साथ ले जा रही हैं, ताकि उसे दूध पिलाया जा सके. उसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत जो आदेश होगा वह उसका पालन करेंगी.

ये भी पढ़ें- बचपन पर दलालों का साया, पलामू का मनातू बना बाल मजदूरी का बड़ा केंद्र, दलाल ले जाते हैं दूसरे राज्य

अब बच्ची बिल्कुल स्वस्थ
एएसआई उषा ने बताया कि बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ है. वह दूध भी बहुत अच्छी तरीके से पी रही है. उषा बच्ची का ध्यान बिल्कुल एक मां की तरह रख रही हैं. यहां तक कि वह थाने में ड्यूटी भी बच्ची को लेकर ही कर रही हैं. उषा कहती हैं कि कानूनी बाधाएं हैं, वरना उन्हें इस बच्ची को पालने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उनकी एक और बेटी है उसके साथ वह इसे भी पाल लेंगी. मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी के टीम को भी दे दी गई है. जल्द ही इस मामले में सीडब्ल्यूसी की तरफ से आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- रांचीः राज्य आयोग ने पिछड़ा वर्ग के लिए की 50 फीसदी आरक्षण की सिफारिश, मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी अनुशंसा

एक और महिला ने जताई गोद लेने की इच्छा
पुलिस के अनुसार, एक स्थानीय महिला भी नवजात को पालने को लेकर इच्छा जाहिर की है, लेकिन यह पुलिस के लिए संभव नहीं है. पुलिस नवजात की देखरेख के लिए सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों से संपर्क करने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई करेगी. हालांकि फिलहाल बच्ची खेलगांव में नन्ही मेहमान बनी हुई है. खेलगांव थाने का हर पुलिसकर्मी उसका विशेष ख्याल रख रहे हैं, जबकि उषा तो उसकी मां की भूमिका ही निभा रही हैं.

रांची: बच्चे को पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते. मन्नत मांगते हैं, जगह-जगह मंदिर और मस्जिदों में जाकर मत्था तक टेकते हैं, लेकिन रांची में एक ऐसी घटना हुई है जिसने सबके दिल को झकझोर कर रख दिया है. यहां आर्मी कैंप के पास किसी ने एक नवजात बच्ची को रात के अंधेरे में कचरे के ढेर में फेंक दिया और फिर वहां से फरार हो गया, लेकिन उस नवजात की किस्मत अच्छी थी जो उस पर खेलगांव थाने में पदस्थ एएसआई उषा की नजर पड़ गई और उसने नवजात की जान बचा ली.

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एएसआई उषा चर्चा मेंलॉकडाउन के दौरान आम लोगों की मदद कर चर्चा में आई एएसआई उषा एक बार फिर से चर्चा में हैं. उषा रांची के खेलगांव ओपी में पदस्थ हैं. उषा बताती हैं कि वह गश्त के दौरान खेलगांव के पास स्थित आर्मी कैंप के पास से गुजर रहीं थी इतने में एक बच्चे की रोने की आवाज आई, जब वह मौके पर पहुंची तो देखा कि एक नवजात बच्ची जमीन पर पड़ी हुई है.

उसने तुरंत बच्ची को अपनी गोद में ले लिया और नजदीक के डॉक्टर के पास ले गईं और उसका चेकअप करवाया. डॉक्टर ने कहा कि बच्ची लगभग 10 दिनों की है और ऐसा लगता है कि लड़की होने की वजह से या फिर किसी अन्य वजह से इसकी मां ने इसे सड़क पर फेंक दिया डॉक्टर ने यह भी कहा कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है. केवल भूखी है जिसके बाद उसने अपने वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और उन्हें यह कहा कि वे फिलहाल बच्ची को अपने साथ ले जा रही हैं, ताकि उसे दूध पिलाया जा सके. उसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत जो आदेश होगा वह उसका पालन करेंगी.

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अब बच्ची बिल्कुल स्वस्थ
एएसआई उषा ने बताया कि बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ है. वह दूध भी बहुत अच्छी तरीके से पी रही है. उषा बच्ची का ध्यान बिल्कुल एक मां की तरह रख रही हैं. यहां तक कि वह थाने में ड्यूटी भी बच्ची को लेकर ही कर रही हैं. उषा कहती हैं कि कानूनी बाधाएं हैं, वरना उन्हें इस बच्ची को पालने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उनकी एक और बेटी है उसके साथ वह इसे भी पाल लेंगी. मामले की जानकारी सीडब्ल्यूसी के टीम को भी दे दी गई है. जल्द ही इस मामले में सीडब्ल्यूसी की तरफ से आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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एक और महिला ने जताई गोद लेने की इच्छा
पुलिस के अनुसार, एक स्थानीय महिला भी नवजात को पालने को लेकर इच्छा जाहिर की है, लेकिन यह पुलिस के लिए संभव नहीं है. पुलिस नवजात की देखरेख के लिए सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों से संपर्क करने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई करेगी. हालांकि फिलहाल बच्ची खेलगांव में नन्ही मेहमान बनी हुई है. खेलगांव थाने का हर पुलिसकर्मी उसका विशेष ख्याल रख रहे हैं, जबकि उषा तो उसकी मां की भूमिका ही निभा रही हैं.

Last Updated : Sep 10, 2020, 4:30 PM IST
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