रांची: भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. भारत सरकार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय विभाग के नेहरू युवा केंद्र को रांची और खूंटी जिले में स्वयंसेवकों की जरूरत है.
रांची और खूंटी जिला में वैसे युवाओं की खोज की जा रही है जो अपनी उर्जा और क्षमता से स्वैच्छिक समूह को संगठित कर राष्ट्रीय निर्माण गतिविधियों का आयोजन कर सकेगा. स्वास्थ्य साक्षरता, लिंग और सामाजिक मुद्दों में जागरूकता अभियान का आयोजन और आकस्मिक प्रशासनिक और विभिन्न कार्यक्रमों में क्रियान्वयन में सहायता कर पाएंगे.
स्वयंसेवकों के लिए आवेदन आमंत्रित
भारत सरकार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय विभाग के नेहरू युवा केंद्र की ओर से स्वयंसेवकों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इसमें न्यूनतम दसवीं पास या उच्चतम स्नातक योग्यता कंप्यूटर मोबाइल ऐप संचालन की जानकारी को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही गई है. 1 अप्रैल 2021 को 18 से 29 के बीच उम्र सीमा तय की गई है. नियमित छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक के लिए आवेदन नहीं देंगे. इनकी तैनाती रांची जिले के सभी 18 प्रखंडों से 22 और रांची कार्यालय के लिए 2 अतिरिक्त स्वयंसेवक कंप्यूटर मोबाइल ऐप संचालन के लिए नियुक्त किए जाएंगे.
खूंटी से लिया जाएगा 3 स्वयंसेवक
खूंटी जिले के 6 प्रखंडों से मात्र 3 स्वयंसेवकों को लिया जाएगा. प्रतिमाह मानदेय 5,000 रुपये दिए जाएंगे. आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों को www.nyks.nic.in पर सारा डिटेल दिया गया है. ऑफलाइन आवेदन 20 फरवरी 2021 तक नेहरू युवा केंद्र कार्यालय में किया जा सकता है. खूंटी जिला का ऑफलाइन आवेदन रांची जिला कार्यालय में ही जमा लिया जाएगा.
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बिना छुट्टी लिए निदेशक से मिलना पड़ा महंगा
चतरा के प्राथमिक शिक्षक को बिना छुट्टी लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशक के साथ मुलाकात करना महंगा पड़ गया. दरअसल, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जानकारी मिली है कि शिक्षक प्रदीप कुमार आर्य को विभागीय स्तर पर निलंबित करने की अनुशंसा की गई है. प्रदीप उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरिया के सहायक शिक्षक हैं. एक जनप्रतिनिधि के साथ अपनी पैरवी के लिए वह भुवनेश प्रताप सिंह से मिलने कार्यालय पहुंचे थे लेकिन प्रदीप की गलती यह थी कि वह जिला शिक्षा पदाधिकारी से छुट्टी लिए बिना ही रांची पहुंच गए थे. इस बाबत जब उनसे पूछताछ की गई तब पता चला कि बिना छुट्टी के वह रांची आए थे और इस वजह से निलंबन की अनुशंसा निदेशालय स्तर पर कर दी गई.