रांचीः सांसद संजय सेठ ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह सरकार पूरी तरह से डिरेल्ड हो चुकी है. ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने सरकार के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राज्य में जिस तरह से कानून व्यवस्था में गिरावट आई है, वह बहुत ही चिंताजनक है.
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सांसद संजय सेठ ने पिछली भाजपा सरकार से तुलना करते हुए कहा कि वर्तमान में हालत यह है कि आपराधिक घटना इस कदर बढ़ी है कि शाम के बाद आप राजधानी से बाहर दूसरे जिला जाने में सोचेंगे. उन्होंने कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के पौने दो वर्ष हो चुके हैं, विकास का कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है. लोग छोटे-छोटे कार्य के लिए चक्कर लगाते फिरते हैं और इसे ठीक होने में महीनों लग जाता है.
उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न की घटना राज्य में बढी है, मां-बहने अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं. ग्रामीण सड़कों का क्या हाल है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है. सड़कें बदहाल हैं और बिजली की व्यवस्था लचर हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने युवाओं से वादा किया था कि हर वर्ष 5 लाख लोगों की नियुक्ति करेंगे डेढ वर्ष हो गये 5 लाख क्या 5 लोगों को नौकरी नहीं दे पाए. राज्य सरकार कोविड वन और टू के दौरान फेल रही, अपनी गलती छुपाकर सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार पर दोष मढ़ती रही.
विधानसभा को धर्म के आधार पर बांटना अनुचित
विधानसभा में नमाज रूम आवंटन पर निशाना साधते हुए सांसद संजय सेठ ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर को धर्म के आधार पर बांटना अनुचित है. उन्होंने विधानसभा घेराव के दौरान हुए लाठीचार्ज और दर्ज केस की निंदा करते हुए कहा कि सरकार का यह कदम द्वेषपूर्ण है. उन्होंने कहा कि निहत्थे भाजपा कार्यकर्ताओं को दौरा दौराकर पीटा गया. महिलाओं के कपड़े फाड़े गये और सरकार कारवाई करने के बजाय भाजपा कार्यकर्ताओं पर ही उल्टे केस दर्ज करा दी.