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आज से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र, सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष

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Published : Sep 17, 2020, 2:04 PM IST

Updated : Sep 18, 2020, 7:02 AM IST

आज से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन होगा, फिर शोक प्रकाश के बाद कार्यवाही स्थगित हो जाएगी.

Monsoon session of Jharkhand Legislative Assembly from September 18
झारखंड विधानसभा भवन

रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के तेवर से लग रहा है कि यह सत्र हंगामेदार होगा. सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन होगा, फिर शोक प्रकाश के बाद कार्यवाही स्थगित हो जाएगी.

19 सितंबर और 20 सितंबर को अवकाश रहेगा. 21 सितंबर यानी सोमवार को प्रश्नकाल के बाद प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पर सामान्य वाद विवाद होगा. इस दौरान सरकार झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल पेश करेगी. 22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद अन्य विधायी कार्य निपटाए जाएंगे. सत्र को लेकर 15 सितंबर को स्पीकर ने पार्टी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा था कि कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है और सत्र की अवधि भी छोटी है, इसलिए 21 और 22 सितंबर को अतिरिक्त समय दिए जाने पर जनहित के कई मुद्दे उठाए जा सकेंगे.

ये भी पढ़ें: बोकारो: माओवादियों ने 16वां स्थापना दिवस मनाने को लेकर चिपकाया पोस्टर

लैंड म्यूटेशन बिल पर बीजेपी का विरोध

दूसरी तरफ भाजपा ने स्पष्ट किया है कि झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल लाकर सरकार अधिकारियों को बचाने में जुटी है. इस बिल के पास होने से जमीन की खरीद बिक्री में धांधली बढ़ जाएगी. दूसरी तरफ 12 सितंबर से हड़ताल पर डटे सहायक पुलिस कर्मियों का मामला भी उठेगा. इस सत्र के दौरान कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की तरफ से किए गए कार्यों को लेकर भी सवाल उठने तय हैं. ज्यादातर जनप्रतिनिधियों का मानना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही हो रही है. दूसरी तरफ इलाज के नाम पर निजी अस्पताल प्रबंधन मरीजों का शोषण कर रहे हैं.

रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के तेवर से लग रहा है कि यह सत्र हंगामेदार होगा. सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी का उपस्थापन होगा, फिर शोक प्रकाश के बाद कार्यवाही स्थगित हो जाएगी.

19 सितंबर और 20 सितंबर को अवकाश रहेगा. 21 सितंबर यानी सोमवार को प्रश्नकाल के बाद प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पर सामान्य वाद विवाद होगा. इस दौरान सरकार झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल पेश करेगी. 22 सितंबर को प्रश्नकाल के बाद अन्य विधायी कार्य निपटाए जाएंगे. सत्र को लेकर 15 सितंबर को स्पीकर ने पार्टी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा था कि कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है और सत्र की अवधि भी छोटी है, इसलिए 21 और 22 सितंबर को अतिरिक्त समय दिए जाने पर जनहित के कई मुद्दे उठाए जा सकेंगे.

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लैंड म्यूटेशन बिल पर बीजेपी का विरोध

दूसरी तरफ भाजपा ने स्पष्ट किया है कि झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल लाकर सरकार अधिकारियों को बचाने में जुटी है. इस बिल के पास होने से जमीन की खरीद बिक्री में धांधली बढ़ जाएगी. दूसरी तरफ 12 सितंबर से हड़ताल पर डटे सहायक पुलिस कर्मियों का मामला भी उठेगा. इस सत्र के दौरान कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की तरफ से किए गए कार्यों को लेकर भी सवाल उठने तय हैं. ज्यादातर जनप्रतिनिधियों का मानना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही हो रही है. दूसरी तरफ इलाज के नाम पर निजी अस्पताल प्रबंधन मरीजों का शोषण कर रहे हैं.

Last Updated : Sep 18, 2020, 7:02 AM IST
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