रांची: झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सत्र शुरू होने से पहले सदन के बाहर का नजारा बदला-बदला सा दिखा. विपक्ष के साथ-साथ सत्तापक्ष के विधायक भी सरकार के कामकाज से खफा होकर धरना पर बैठ गए. सत्तारूढ़ दल जेएमएम के विधायक सीता सोरेन सीसीएल के आम्रपाली परियोजना में वन भूमि ज्वाइंट वेंचर कंपनी द्वारा अतिक्रमण किए जाने से नाराज होकर धरना पर बैठी रही.
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सदन शुरू होने के बाद स्पीकर रवींद्र नाथ महतो के निर्देश पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और भाजपा विधायक भानू प्रताप शाही सीता सोरेन को मनाने पहुंचे और समस्या से अवगत कराने के लिए सदन में जाने का आग्रह किया. मान मनौव्वल के बाद सीता सोरेन सदन में भाग लेने के लिए गई.
भाजपा-आजसू विधायक भी धरना पर बैठे
सदन के बाहर भाजपा और आजसू के विधायक भी धरना पर बैठे रहे. बिजली की किल्लत से परेशान जनता को निजात दिलाने की मांग को लेकर भाजपा विधायक बिरंचि नारायण ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. भाजपा विधायक ने राज्य में बिजली की किल्लत दूर नहीं होने पर आंदोलन करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस संबंध में ऊर्जा सचिव के सामने भाजपा विधायकों ने अल्टीमेटम दे दिया है. वहीं भाजपा विधायक के बिजली संकट पर दिए जा रहे धरना पर हमला बोलते हुए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि ये साजिश केन्द्र की है. जिसे हमलोग चलने नहीं देंगे. पिछली सरकार में बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया. जिसका उधार चुकता हेमंत सरकार को करना पड़ रहा है.
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सरयू राय की हेमंत सरकार को सलाह
वहीं आजसू विधायक लंबोदर महतो भी सदन शुरू होने से पहले धरना पर बैठे रहे. लंबोदर महतो ने टीटीपीएस ललपनिया में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने की मांग करते दिखे. उन्होंने श्रम कानून का उल्लंघन होने का आरोप लगाते हुए सरकार पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया. जबकि सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे विधायक सरयू राय ने जेपीएससी की छवि सुधारने की मांग की. सरयू राय ने कहा कि जिस तरह की छवि जेपीएससी की बनी हुई है, उसे सबसे पहले ठीक करना होगा. इस दिशा में सरकार को कदम उठाना चाहिए.