रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने सरकार से मांग की है कि पंचायत चुनाव में आ रहे गतिरोध को जल्द से जल्द दूर किया जाए और जब तक चुनाव नहीं होते पंचायत प्रतिनिधियों के वित्तीय शक्ति पहले की तरह बरकरार रखी जाए. उन्होंने मंगलवार को कहा है कि पदाधिकारियों के भरोसे पंचायतों को छोड़ना सही नहीं होगा.
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विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि पंचायतों के कार्यकाल समाप्त होने पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए पंचायतों के चुनाव होने तक व्यापक जनहित में वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मध्य प्रदेश सरकार पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तर्ज पर प्रशासकीय समिति का गठन कर पंचायतों के कार्यकलापों को सुचारू रूप से संचालन किया जाए. उन्होंने कहा है कि ग्राम गणराज्य के सपने को साकार करने के लिए पंचायत सचिवालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है. शेष बचे निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जाए और इन्हें सुविधा संपन्न बनाया जाए. इसके साथ ही वर्तमान सरकार को पंचायतों और उनके प्रतिनिधियों का अधिकार संपन्न बनाते हुए ग्रामीण विकास की गति को तेज करने का प्रयास भी करना चाहिए, क्योंकि कोरोना वायरस ने हमारे सामाजिक आर्थिक चुनौतियों को बढ़ाया है.
उन्होंने कहा कि लंबे अरसे के बाद कई कानूनी और अदालती लड़ाई के बाद पंचायती राज चुनाव 2010 में वर्तमान स्वरूप में हुए और राज्य में अब तीसरी बार चुनाव होने वाले हैं. पंचायत चुनाव के कारण सत्ता का विकेंद्रीकरण हुआ और राज्य के विकास में लोगों की सहभागिता बढ़ी. ग्राम गणराज्य का सपना साकार हुआ. इसके बाद ग्रामसभा, ग्राम पंचायत मजबूत हुआ. विकास योजनाओं को ग्राम टोला स्तर तक पहुंचाने में सहूलियत हुई. ऐसे में जल्द से जल्द पंचायत चुनाव कराए जाने चाहिए.