रांचीः कोरोना प्रोत्साहन राशि विवाद थम नहीं रहा है. निर्दलीय विधायक सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच लगातार आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है. सोमवार को बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर की अदालत में सरयू राय के खिलाफ याचिका दायर की है. इस विवाद के बीच सोमवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि बिना तथ्य आरोप लगाने से छवि को नुकसान पहुंचता है.
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आलमगीर आलम ने कहा कि एक दो दिनों के भीतर पूरे मामले का देखते हैं. इसके बाद आगे कुछ कहेंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति पर अगर बार बार आरोप लगते हैं तो उसकी छवि को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता बतौर मंत्री अच्छा काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एक लीडर के रूप में बेहतर कार्य किया है, जिसका लाभ राज्य की जनता को मिला.
आलमगीर आलम ने कहा कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को एक महीने का अतिरिक्त वेतन प्रोत्साहन राशि के रूप में देने का फैसला लिया था. इस फैसले के अनुरूप बन्ना गुप्ता ने काम किया है. इसमें भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं है. इसके बावजूद पूरे मामले की जानकारी लेंगे. बता दें कि विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर यह आरोप लगा कर सनसनी फैला दी थी कि उन्होंने कोरोना प्रोत्साहन राशि न सिर्फ खुद लिया. बल्कि अपने कोषांग के अयोग्य लोगों को भी प्रोत्साहन राशि दिलवाई. यह मामला अब अदालत तक जा पहुंच गया है.