रांचीः देवघर के त्रिकूट रोपवे हादसे (Trikut ropeway accident in Deoghar) पर सोमवार को ग्रामीण कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि घटना दुखद है. लेकिन इस हादसे में फंसे लोगों को निकालने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और एयर फोर्स के जवान सफलता पूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं और सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है.
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आलमगीर आलम ने कहा कि इस घटना में एक महिला की मौत हुई है और कई लोगों के घायल होने की सूचना है. घटना के तत्काल बाद स्थानीय प्रशासन और बिहार से एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य में जुट गई. राज्य सरकार के दो मंत्री और वरीय अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि राहत बचाव कार्य पर सरकार की नजरें हैं, ताकि किसी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाए.
त्रिकूट पर्वत पर हुए हादसे में फंसे लोगों को निकालने के लिए झारखंड सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है. राज्य सरकार के पर्यटन सचिव अमिताभ कौशल ने इस संबंध में केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. इसमें रोपवे पर फंसे हुए लोगों सुरक्षित नीचे उतारने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से सहायता का आग्रह किया है. इसके साथ ही पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए हेलीकॉप्टर और विशेषज्ञों की टीम की मांग की है.
बता दें कि देवघर के त्रिकूट रोपवे में रविवार की शाम 4:30 बजे बड़ा हादसा हो गया. इस हादसा में दर्जनों लोग घायल हो गए और एक महिला की मौत हो गई है. हालांकि, फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत कार्य जारी है. मिली जाकारी के अनुसार रविवार की शाम 4:30 बजे रोपवे जैसे ही डाउन स्टेशन से चालू हुआ और पहाड़ की चोटी पर स्थित रोपवे के यूटीपी स्टेशन का रोलर अचानक टूट गया. इसके बाद रोपवे की दो दर्जन ट्रोलियां एक झटके में 7 फीट नीचे लटक गई. स्थिति यह हुआ कि पहले ऊपर की एक ट्रॉली 40 फीट नीचे खाई में गिर गई, जिसमें 5 लोग सवार थे. स्थानीय लोगों और कर्मियों ने मिलकर उस ट्रॉली में फंसे 5 लोगों को बाहर निकाला.