रांची: झारखंड में नक्सल अभियान को लेकर राज्य पुलिस बड़ी रणनीति बनाने में जुटी है. सात सितंबर को झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के सभी जिलों में तैनात कमांडेंट और डीआईजी स्तर के अधिकारियों को रणनीति पर चर्चा करने के लिए पुलिस मुख्यालय बुलाया गया है. यह बैठक डीजीपी एमवी राव की अध्यक्षता में होने वाली है.
छोटे नक्सली संगठनों पर नकेल कसने की नीति
बैठक के दौरान भाकपा माओवादियों के साथ-साथ पीएलएफआई और अन्य छोटे-छोटे नक्सलियों के स्पलिंटर ग्रुप के खिलाफ अब तक चले अभियान को लेकर भी चर्चा होगी. हाल ही में राज्य में पुलिस बलों पर हमले की बड़ी साजिश रची गई थी. पुलिस ने इन हमलों की साजिश की जानकारी मिलने के बाद अभियान चलाकर बड़े पैमानें पर विस्फोटक बरामद किए थे. चाईबासा, गुमला और सरायकेला में तो पुलिस को निशाना बनाने के लिए बड़े पैमाने पर लैंडमाइंस बिछाए गए थे, जिन्हें समय रहते नष्ट कर दिया गया था.
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कोरोना को लेकर किए गए उपाय पर भी चर्चा
बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर जिलों में किए गए उपाय को लेकर भी एसपी स्तर के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है. पुलिसकर्मियों में संक्रमण रोकने के लिए जिले के स्तर पर क्या कार्रवाई हुई है, इस पर भी डीजीपी ने जिलों के एसपी को रिपोर्ट तैयार कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपस्थित होने का आदेश दिया है. जिलों में पुलिस फंड की ताजा स्थिति के बारे में भी रिपोर्ट मांगी गई है.
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कई मुद्दे भी अहम
राज्य भर के पुलिस अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में पुलिसकर्मियों के निलंबन के मुद्दों पर भी चर्चा होगी. पुलिसकर्मियों को बेवजह निलंबन के मामले में समीक्षा की जाएगी. राज्य में कोयला और बालू तस्करी की शिकायतें भी आयी हैं. बालू और कोयला तस्करी रोकने के लिए कवायद भी इस बैठक में होगी.