रांची: जिले के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी छवि रंजन की अध्यक्षता में शुक्रवार को कोविड-19 के रोकथाम को लेकर वैक्सीनेशन प्रबंधन से संबंधित डिस्टिक टास्क फोर्स की बैठक हुई, जिसमें वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या, आवश्यक उपकरण, वैक्सीनेटर की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. कोल्ड चेन मैनेजमेंट, डाटा बेस संधारण और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों के संधारण की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
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वैक्सीनेशन प्रबंधन के लिए विभिन्न कोषांगों का गठन
जिला में कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रबंधन के लिए विभिन्न कोषांगों को गठन किया गया है. प्रत्येक सप्ताह हर कोषांग के कार्याें की समीक्षा की जायेगी. उपायुक्त ने कहा कि हर सप्ताह सेल इंचार्ज रिपोर्ट के साथ बैठक में उपस्थित होंगे. डिस्ट्रिक मेडिकल आफिसर सभी कोषांगों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे. वहीं, वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों का डाटाबेस तैयार करने की समीक्षा की गयी. संबंधित अधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों के हेल्थ वर्कर्स का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है. 245 निजी अस्पतालों में से 241 अस्पतालों से डेटा बेस प्राप्त किया जा चुका है. जल्द ही बाकी अस्पतालों से भी डेटा प्राप्त कर लिया जायेगा.
इसके अलावा बैठक में हब कटर, एइएफआई, एनाफाईलैक्सिस, वैक्सीन कैरियर, आइसपैक की उपलब्धता और प्रतिरक्षण स्थल की पहचान, बायोमेडिकल वेस्ट के संधारण की भी समीक्षा की गयी, जिसे लेकर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि अब तक 30,000 हेल्थ वर्कर और डॉक्टर का डाटा तैयार हो चुका है.
कलक्ट्रेट के उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में उपविकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर , अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू, सिविल सर्जन, प्रोजेक्ट डायरेक्टर आईटीडीए, ओएसडी कोविड-19 सह उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, डीआरसीएचओ और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.