रांचीः मानव तस्करी की शिकार 41 बच्चियों और 3 बच्चों से सीएम हेमंत सोरेन अपने आवास पर मुलाकात कर रहे हैं. सभी बच्चे अलग-अलग जिले के हैं. इनमें ज्यादातर बच्चे साहिबगंज और सिंहभूम के हैं. सभी को पिछले दिनों दिल्ली से रेस्क्यू कराया गया था. फिलहाल, बच्चियों को प्रेमाश्रय, चुटिया और दीया सेवा संस्थान, बरियातू रोड में रखा गया है.
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सीडब्ल्यूसी की चेयर पर्सन रूपा वर्मा ने बताया कि मानव तस्करी की शिकार बच्चियों को रेस्क्यू कराना एक बहुत बड़ी सफलता है. बता दें कि झारखंड की गरीबी का फायदा उठाकर यहां के भोले-भाले लोगों की धड़ल्ले से ह्यूमन ट्रैफिकिंग होती रही है. ज्यादातर मामलों में स्थानीय लोगों की भूमिका सामने आती है.
आश्चर्य की बात है कि लॉकडाउन के दौरान भी बच्चियों की मानव तस्करी होती रही. रांची के अनगड़ा इलाके से कई लड़कियों को सिलाई की ट्रेनिंग का झांसा देकर गुजरात ले जाया गया था, जिन्हें पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवी संस्था के बाहर से रेस्क्यू किया गया.