रांचीः प्रकृति के महापर्व सरहुल को धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ संपन्न कराने को लेकर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के संरक्षण में संचालित केंद्रीय सरना समिति ने बैठक की. कचहरी स्थित आरआरटी बिल्डिंग में आयोजित बैठक में आदिवासी समाज के लोगों शामिल हुए.
बैठक में बताया गया कि इस बार सरहुल जुलूस में आदिवासियों की लंबे समय से चल रही सरना धर्म कोड की मांग मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा. इस दौरान विभिन्न जनजाति की ओर से एकजुट होकर सरना धर्म कोड की मांग को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित कराया जाएगा.
वहीं, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि इस बार सरहुल शोभायात्रा अपने आप में एक अलग उदाहरण पेश करेगी. उन्होंने बताया कि इस जुलूस के माध्यम से केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित कराने की कोशिश की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रकृति के इस महापर्व को किस तरह से संपन्न कराया जाए, इसको लेकर भी लगातार केंद्रीय सरना समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है और दिशा निर्देश दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जिला प्रशासन को भी आवेदन दिया जाएगा.
इसके साथ ही केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने खासकर नवयुवकों से आग्रह किया है कि वह नशा से दूर रहें. जो भी शोभायात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचें वह अपनी शोभायात्रा में ही रहें, इधर-उधर न भटकें.