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मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी स्कूलों में शिक्षकों से ले सकेंगे परामर्श, छोटा किया जा रहा है सिलेबस - झारखंड में छोटा किया जा रहा है सिलेबस

झारखंड में 21 सितंबर से स्कूल खोले जाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से शिक्षा विभाग की ओर से अनुमति ली गई है. हालांकि स्कूल, शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए ही खोले जाएंगे. इसके अलावा स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग अगले सप्ताह तक संशोधित सिलेबस जारी करने को लेकर तैयारियों में जुटा है. कई विषयों के सब चेप्टर में कटौती की जा रही है.

candidates will be able to consult teachers in schools
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद
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Published : Sep 9, 2020, 12:04 AM IST

रांची: मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान परेशानी ना हो. इसे लेकर 21 सितंबर से स्कूल खोले जाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से शिक्षा विभाग की ओर से अनुमति ली गई है. हालांकि स्कूल, शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए ही खोले जाएंगे. इसके अलावा स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग अगले सप्ताह तक संशोधित सिलेबस जारी करने को लेकर तैयारियों में जुटा है. कई विषयों के सब चेप्टर में कटौती की जा रही है.

राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से पहले ही कहा गया था कि 9वीं से लेकर 12वीं तक का सिलेबस छोटा किया जाएगा. इसके तहत विभाग अगले सप्ताह संशोधित सिलेबस जारी करने को लेकर तैयारियों में जुटा है. सीबीएसई के तर्ज पर विज्ञान विषय में कटौती होगी. मैट्रिक में साइंस में 40 फीसदी की कटौती की गई है जो सब चैप्टर विद्यार्थी बिना शिक्षकों के नहीं समझ पाएंगे. उन चैप्टर्स को हटा दिया गया है. खासकर गणित और विज्ञान के कुछ चैप्टर हटाए गए हैं. जिन चैप्टर्स को 9वीं से लेकर 12वीं तक दोबारा पढ़ा जाता है. उन चैप्टर्स को भी विभाग के उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा हटाया गया है. इसके अलावा मैट्रिक के लिए हिंदी इंग्लिश और संस्कृत भाषा में कटौती की गई है.

ये भी पढ़ें- झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम पर लगी मुहर, स्टेट कैबिनेट में 29 प्रस्तावों पर स्वीकृति

भाषा में कुछ अध्ययों को कम किया गया है. विद्यार्थियों को ज्यादा विकल्प देकर मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी के लिए टेस्ट भी लिए जाएंगे. संशोधित पाठ्यक्रम के आधार पर विषय का मॉडल पेपर तैयार होगा और तमाम छात्रों को मॉडल पेपर उपलब्ध कराया जाएगा. मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों की परेशानियों को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए 21 सितंबर से परामर्श के लिए विशेष परिस्थिति में स्कूल खोले जा सकते हैं. इसे लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति ली जा रही है.

रांची: मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान परेशानी ना हो. इसे लेकर 21 सितंबर से स्कूल खोले जाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से शिक्षा विभाग की ओर से अनुमति ली गई है. हालांकि स्कूल, शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए ही खोले जाएंगे. इसके अलावा स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग अगले सप्ताह तक संशोधित सिलेबस जारी करने को लेकर तैयारियों में जुटा है. कई विषयों के सब चेप्टर में कटौती की जा रही है.

राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से पहले ही कहा गया था कि 9वीं से लेकर 12वीं तक का सिलेबस छोटा किया जाएगा. इसके तहत विभाग अगले सप्ताह संशोधित सिलेबस जारी करने को लेकर तैयारियों में जुटा है. सीबीएसई के तर्ज पर विज्ञान विषय में कटौती होगी. मैट्रिक में साइंस में 40 फीसदी की कटौती की गई है जो सब चैप्टर विद्यार्थी बिना शिक्षकों के नहीं समझ पाएंगे. उन चैप्टर्स को हटा दिया गया है. खासकर गणित और विज्ञान के कुछ चैप्टर हटाए गए हैं. जिन चैप्टर्स को 9वीं से लेकर 12वीं तक दोबारा पढ़ा जाता है. उन चैप्टर्स को भी विभाग के उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा हटाया गया है. इसके अलावा मैट्रिक के लिए हिंदी इंग्लिश और संस्कृत भाषा में कटौती की गई है.

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भाषा में कुछ अध्ययों को कम किया गया है. विद्यार्थियों को ज्यादा विकल्प देकर मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी के लिए टेस्ट भी लिए जाएंगे. संशोधित पाठ्यक्रम के आधार पर विषय का मॉडल पेपर तैयार होगा और तमाम छात्रों को मॉडल पेपर उपलब्ध कराया जाएगा. मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों की परेशानियों को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए 21 सितंबर से परामर्श के लिए विशेष परिस्थिति में स्कूल खोले जा सकते हैं. इसे लेकर आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति ली जा रही है.

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