रांची: देश की सबसे तेज तर्रार और वीवीआईपी सुरक्षा संभालने वाली स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी को आईपीएस अधिकारियों की जरूरत है. एसपीजी के प्रशासनिक प्रमुख सह कैबिनेट सचिव सुरक्षा एसके सिन्हा से झारखंड के 36 आईपीएस अधिकारियों ने मुलाकात की. 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी एसके सिन्हा रविवार को रांची में थे. इस मुलाकात के दौरान राज्य के छह आईपीएस अधिकारियों ने एसपीजी में जाने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है.
एसपीजी में है बहाली
देश के सबसे विश्वसनीय फोर्स में फिलहाल बहाली निकली हुई है. जिसमें झारखंड के कई आईपीएस अधिकारी भी जाना चाहते हैं. आईपीएस अधिकारियों से मुलाकात के दौरान कैबिनेट सचिव सुरक्षा एसके सिन्हा ने आईपीएस अधिकारियों को एसपीजी से जुड़ने का तौर-तरीका बताया.
एसपीजी में प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन
राज्य के छह अधिकारी जल्द ही एसपीजी में प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन भी दे सकते हैं. कैबिनेट सचिव सुरक्षा के अनुसार फिलहाल देश के सभी राज्यों के आईपीएस अधिकारियों के बीच जाकर उनसे मुलाकात कर रहे हैं और उन्हें एसपीजी में शामिल होने को लेकर सभी महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहे हैं.
मुख्यालय में की बैठक
झारखंड पुलिस मुख्यालय में बैठक के दौरान सुरक्षा सचिव ने बताया कि एसपीजी में डीआईजी और एसपी रैंक में अफसरों की जरूरत है, जो भी युवा अधिकारी एसपीजी में आने को तैयार हैं उनका ग्रुप स्वागत कर रहा है. एसपीजी में ग्लोबल एक्स्पोजर है. कई तरह के भत्ते हैं जो दूसरे ग्रुप में नहीं है. प्रधानमंत्री सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालना अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है. उन्होंने सब से अपील की है कि वह एक बार अपनी सेवा एसपीजी में दें.
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प्रधानमंत्री की सुरक्षा में भी हैं एसपीजी
एसपीजी यानी विशेष सुरक्षा दल भारत का एक विशेष सुरक्षा बल है. भारत के प्रधानमंत्री उनके परिवार और पूर्व प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा इस विशेष सुरक्षा टुकड़ी की जिम्मे होती है. एसपीजी सीधे केंद्र सरकार के अधीन काम करता है.