रांची: निजामुद्दीन से रांची के हिंदपीढ़ी के मदीना मस्जिद में आए दो जमात के आठ मलेशियाई नागरिकों को वापस उनके देश भेजने की तैयारी पहले से चल रही थी. ईटीवी भारत को जो कागजात मिले हैं उससे यह साफ पता चलता है की मलेशियन एंबेसी ने इसके लिए रांची पुलिस को पत्र भी लिखा था.
इस पत्र के जरिए एंबेसी ने निवेदन किया था कि आठ मलेशियाई नागरिकों को जिसमें चार पुरुष और चार महिलाएं शामिल थी दिल्ली भेजा जाए. मलेशिया एंबेसी ने रांची पुलिस से निवेदन किया था कि 8 नागरिकों को मलेशिया वापस भेजने के लिए दिल्ली तक का पास निर्गत किया जाए, लेकिन यह कार्रवाई होती इससे पहले ही एक मलेशियाई महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हो गई.
विदेश मंत्रालय की इजाजत का इंतजार कर रही थी पुलिस
मलेशियन एंबेसी के पत्र के बाद रांची पुलिस विदेश मंत्रालय के इजाजत का इंतजार कर रही थी. विदेश मंत्रालय की इजाजत मिलने के बाद ही नागरिकों को दिल्ली भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाती, लेकिन अब एक महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद सभी को आइसोलेशन में ही रखा जाएगा. मलेशिया सरकार निजी विमान भेजने की तैयारी में थी.
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नागरिकों को वापस लाने की प्रक्रिया
रांची के अलावे देश के अलग-अलग हिस्सों में तबलीगी जमात के लोगों को पुलिस ने बरामद किया. मलेशिया सरकार ने जमात के वैसे तमाम लोगों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू की थी, जो उनके नागरिक हैं. एंबेसी ने अपने भेजे पत्र में इस बात की जानकारी दी थी कि जमात के मलेशियाई नागरिकों को विशेष विमान से वापस बुलाने की तैयारी चल रही है.