रांचीः स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बेहतर पहल करते हुए प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण पैकेज के तहत कोविड 19 की जंग में लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों का 50 लाख का जीवन बीमा कराने की बात कही है. इसके साथ ही कोरोना की जंग में जुटे निजी अस्पतालों के कर्मचारी, अनुबंधकर्मी, दैनिक मजदूर और आउटसोर्सिंग कर्मियों का भी बीमा किया जाएगा. दूसरी ओर जो सेवानिवृत्त स्वैच्छिक कर्मचारी कोविड-19 के काम में जुटे हुए हैं, साथ ही शहरी निकायों के कर्मचारी, 108 एंबुलेंस कर्मी, कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी.
बता दें कि डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ और यूएनडीपी के कर्मचारियों को भी इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा. गौरतलब है कि कोरोना के इलाज और रोकथाम में लगे यह सभी कर्मचारी मरीजों के सीधे संपर्क में आते हैं और इनके काम में जोखिम भी होता है इसीलिए ऐसे लोगों को 50 लाख की बीमा का लाभ दिया जाएगा.
राज्य में लगभग 22 लाख लोग इससे होंगे लाभांवित
इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने राज्य के सभी उपायुक्तों सिविल सर्जनों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी. जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले पत्र के अनुसार ऐसे कर्मियों को 30 मार्च 2020 के प्रभाव से 90 दिनों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत 50 लाख के जीवन बीमा से आच्छादित किया जाएगा.