रांचीः रिम्स के जूनियर डॉक्टरों को दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है. बुधवार को वेतन के साथ साथ लंबित स्टाइपेंड और कोविड प्रोत्साहन भत्ता के साथ साथ हॉस्टल में बिजली-पानी की समस्या को लेकर जूनियर डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा और निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद का घेराव किया. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि निदेशक के समक्ष अपनी मांग को रखा है. हमारी मांगें 10 दिनों के भीतर पूरी नहीं की गई, तो जूनियर डॉक्टर के साथ साथ जूनियर रेजिडेंट और मेडिकल छात्र हड़ताल पर चले जायेंगे.
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जूनियर डॉक्टरों के हंगामा को देखते हुए निदेशक ने स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव से फोन पर बात की और समस्या का शीघ्र समाधान करने का निर्देश दिया. निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद में कहा कि हॉस्टल की समस्याओं के निष्पादन को लेकर हॉस्टल अधीक्षक से बात की है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही हॉस्टल की समस्या को भी दूर किया जाएगा.
रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विकास ने कहा कि दो-तीन महीने से जूनियर रेजिडेंट को वेतन नहीं मिल रहा है. कोरोना काल में जान पर खेलकर मरीजों की सेवा की. इसको लेकर 300 जूनियर डॉक्टरों को स्टाइपेंड मिलना है, जो अब तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि 10 दिनों के भीतर जूनियर डॉक्टरों की समस्या का निदान नहीं किया जाता है, तो हड़ताल पर चले जायेंगे.