रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के आदेश पर राज्य में पंचायत स्थल से लेकर जिला स्तर तक की सभी समितियों और वर्ग संगठनों के सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. सिर्फ पश्चिमी सिंहभूम जिला समिति, दुमका जिला संयोजक समिति और धन्यवाद नगर संयोजक समिति ही अभी भंग नहीं किया है.
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झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने आदेश जारी कर सभी समितियों के भंग किए जाने की जानकारी दी है. कार्यालय के आदेश में लिखा गया है कि 23 नवंबर 2021 को केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार बारहवां केंद्रीय महाधिवेशन 18 दिसंबर 2021 को रांची के हरमू स्थित सोहराई भवन में आयोजित किया जाना है. साथ ही पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष को बारे में केंद्रीय महाधिवेशन के संबंध में निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है. ऐसे में निर्देशानुसार पार्टी के बारे में केंद्रीय महाधिवेशन के पूर्व पंचायत से लेकर जिला स्तर तक की सभी समितियां और वर्ग संगठनों की सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है. पार्टी के संबंधित जिला समिति के अध्यक्ष को नई समिति के गठन तक कार्यवाहक जिला अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया जाता है.
सभी जिला अध्यक्ष को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया
विनोद पांडेय के अनुसार सभी जिलाध्यक्ष अगले आदेश गक कार्यवाहक जिलाध्यक्ष के रूप में काम करते रहेंगे. विनोद पांडेय ने ईटीवी भारत को बताया कि महाधिवेशन से पहले सभी प्रकोष्ट को भंग किया जाता है. अध्यक्षी मंडली और संचालन मंडली के बाद केंद्रीय समिति तत्काल भंग किया जाता है.
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18 दिसम्बर को जेएमएम का महाधिवेशन
जेएमएम के 18 दिसम्बर को होने वाली महाधिवेशन में एक बार फिर शिबू सोरेन को पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा. पार्टी संविधान के अनुसार हर 03 साल पर महाधिवेशन का आयोजन किया जाना और अध्यक्ष का निर्वाचन जरूरी है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय के अनुसार 1975 के बाद से शिबू सोरेन लगातार पार्टी के निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्ष रहे हैं.