रायपुर: राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 (National Tribal Dance Festival 2021) का समापन हो गया है. इस मौके पर सीएम ने इस भव्य आयोजन के लिए सबको धन्यवाद दिया. खास बात ये रही कि इस महोत्व के दोनों श्रेणियों में झारखंड ने अव्वल स्थान हासिल किया है.
आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि आदिवासी महोत्सव के माध्यम से हमने गीत, संगीत, नृत्य और संस्कृति को एक मंच पर पेश करने का काम किया है. ताकि समाज को यह कार्य दिख सके. सीएम ने कहा कि यह समाज उन लोगों का है जो सदियों से हाशिए पर हैं. वहीं हमने देखा कि सभी जगह के जनजातियों में कितनी समानताएं हैं. पहली समानता फसल उत्पादन के समय के उत्सव और दूसरी समानता विवाह के समय का उत्सव का है. आदिवासी वो समाज है, जो प्रकृति से जितनी जरूरत है, उतनी लेते हैं. आदिवासी समाज का नारा सेवा है, यानि प्रकृति व समाज की सेवा.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में पुरस्कारों की घोषणा
इस मौके पर राज्यों को पुरस्कार भी बांटे गए. यह पुरस्कार विवाह संस्कार की श्रेणी में दिए गए हैं
1. प्रथम स्थान- झारखंड के नर्तक - 5 लाख का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र
2. द्वितीय स्थान -ओडिशा के नर्तक - 3 लाख का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र
3. तृतीय स्थान - असम के नर्तक - 2 लाख का चेक, शील्ड और प्रमाण पत्र
अन्य पारंपरिक त्यौहार श्रेणी में पुरस्कार
1. प्रथम स्थान- झारखंड का झाऊ नृत्य- 5 लाख का चेक, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र
2. द्वितीय स्थान- ओडिशा के गजारुल नृत्य, 3 लाख का चेक, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र
3. तृतीय स्थान- छत्तीसगढ़ बस्तर के गौरसिंह नृत्य, 2 लाख, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र
Anchor की भूमिका में नजर आये सीएम भूपेश बघेल, हेमंत सोरेन ने कुशलता के साथ दिए सारे सवालों के जवाब
समापन के मौके पर कांग्रेस के सीनियर लीडर भक्त चरण दास भी मौजूद रहे. समापन भाषण के दौरान मंत्री अमरजीत भगत (Minister Amarjit Bhagat) ने शायरी से सबका दिल जीत लिया. उन्होंने इस समारोह में शामिल होने आए सभी कलाकारों का धन्यवाद दिया. अमरजीत भगत ने शायरी पेश कर कहा कि, तुम्हारा शहर का मौसम भी बड़ा सुहाना लगे, मैं एक शाम चुरा लूं अगर आपको बुरा ना लगे . इसके साथ ही अमरजीत भगत ने विदेशों से आए कलाकारों को यहां की हसीन यादों को संजोकर रखने की बात कही है.