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झारखंड पुलिस को मिला आदेश, जनप्रतिनिधियों का करें सम्मान, आदर के साथ आएं पेश - झारखंड में कांग्रेस नेता नाराज

पिछले कई दिनों से कांग्रेस नेता ये आरोप लगा रहे थे कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने तो अधिकारियों के रवैये से आजिज आकर सीएम से भी सवाल किए थे. वहीं, दूसरी तरफ अंबा प्रसाद कई घंटों तक धरने पर बैठी रहीं थीं. इसी को देखते हुए अब झारखंड पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया है कि पुलिसकर्मी सांसद, मंत्री, विधायक समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ शिष्टाचार के साथ उनकी बातें सुने और उन्हें उचित आदर दें.

jharkhand police and politicians
झारखंड पुलिस मुख्यालय
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Published : Jul 4, 2021, 5:41 PM IST

Updated : Jul 4, 2021, 6:46 PM IST

रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया है कि राज्य भर में पुलिस वाले सांसद, मंत्री, विधायक समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ शिष्टाचार के साथ उनकी बातें सुने और उन्हें उचित आदर दें. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित रेंज डीआईजी को पत्र लिखा गया है. झारखंड पुलिस के प्रति माननीयों की नाराजगी न बढ़े इसे लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय ने नए आदेश जारी किये हैं.

ये भी पढ़ें: प्रशासन के खिलाफ 6 घंटे तक विधायक अंबा प्रसाद करती रही विरोध, फिर भी आरोपियों को भेजा गया जेल

क्या है पत्र में
राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक और रेंज डीआईजी को लिखे गए पत्र में यह निर्देश दिया गया है कि माननीय मंत्रियों सांसदों विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ उचित आदर व्यवहार सुनिश्चित करवाया जाए. जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए गए अनुरोध पर त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, साथ ही संज्ञान में लाए गए मामलों पर यथाशीघ्र नियम संगत एवं विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए उचित सहयोग प्रदान करें.

कई विधायकों कि नाराजगी के बाद निकला आदेश

हाल के दिनों में ट्वीट के जरिये कांग्रेस के विधायकों दीपिका सिंह पांडेय, ममता देवी और अंबा प्रसाद की नाराजगी के बाद पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया है. यह सही है कि पिछले कुछ महीनों में जनप्रतिनिधियों और पुलिस के बीच कड़वाहट बढ़ी है. बड़कागांव में बालू लदे ट्रैक्टर को अंबा प्रसाद के द्वारा थाने से छुड़वाने को लेकर विवाद हो गया था, इसके ठीक बाद ही बड़कागांव डीएसपी को लेकर अंबा प्रसाद का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. पूरे मामले में अंबा प्रसाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, वहीं अम्बा प्रसाद ने भी हजारीबाग के महिला थाना में अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसके अलावा कोयला तस्करी के मामले में कांग्रेस विधायक ममता देवी ने भी रामगढ़ पुलिस को घेरा था. जिसपर महगामा विधायक ने झारखंड पुलिस और सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट किया था. महगामा विधायक के खिलाफ भी गोड्डा में एफआईआर दर्ज हो चुकी है, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था.

ये भी पढ़ें: जानिए कांग्रेस MLA दीपिका पांडेय किस बात से हुईं इतनी नाराज कि कर दिया CM हेमंत सोरेन से सवाल

तीन महिला विधायकों ने खोला हुआ है मोर्चा
हाल में ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी यह सवाल जोर शोर से उठा था की सरकार में उनकी सुनी नहीं जा रही है, डीसी एसपी की तो बात ही छोड़ दे छोटे-छोटे पुलिस अफसर तक उनकी बात नहीं सुनते हैं. मामले को लेकर कांग्रेसी विधायक दीपिका पांडे ने तो खुलकर ट्वीट भी कर दिया था. जबकि कांग्रेस विधायक ममता देवी और अंबा प्रसाद ने तो पहले से ही पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया है कि राज्य भर में पुलिस वाले सांसद, मंत्री, विधायक समेत सभी जनप्रतिनिधियों के साथ शिष्टाचार के साथ उनकी बातें सुने और उन्हें उचित आदर दें. इस संबंध में पुलिस मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित रेंज डीआईजी को पत्र लिखा गया है. झारखंड पुलिस के प्रति माननीयों की नाराजगी न बढ़े इसे लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय ने नए आदेश जारी किये हैं.

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क्या है पत्र में
राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक और रेंज डीआईजी को लिखे गए पत्र में यह निर्देश दिया गया है कि माननीय मंत्रियों सांसदों विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ उचित आदर व्यवहार सुनिश्चित करवाया जाए. जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए गए अनुरोध पर त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, साथ ही संज्ञान में लाए गए मामलों पर यथाशीघ्र नियम संगत एवं विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए उचित सहयोग प्रदान करें.

कई विधायकों कि नाराजगी के बाद निकला आदेश

हाल के दिनों में ट्वीट के जरिये कांग्रेस के विधायकों दीपिका सिंह पांडेय, ममता देवी और अंबा प्रसाद की नाराजगी के बाद पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किया है. यह सही है कि पिछले कुछ महीनों में जनप्रतिनिधियों और पुलिस के बीच कड़वाहट बढ़ी है. बड़कागांव में बालू लदे ट्रैक्टर को अंबा प्रसाद के द्वारा थाने से छुड़वाने को लेकर विवाद हो गया था, इसके ठीक बाद ही बड़कागांव डीएसपी को लेकर अंबा प्रसाद का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. पूरे मामले में अंबा प्रसाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, वहीं अम्बा प्रसाद ने भी हजारीबाग के महिला थाना में अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसके अलावा कोयला तस्करी के मामले में कांग्रेस विधायक ममता देवी ने भी रामगढ़ पुलिस को घेरा था. जिसपर महगामा विधायक ने झारखंड पुलिस और सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट किया था. महगामा विधायक के खिलाफ भी गोड्डा में एफआईआर दर्ज हो चुकी है, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था.

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तीन महिला विधायकों ने खोला हुआ है मोर्चा
हाल में ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भी यह सवाल जोर शोर से उठा था की सरकार में उनकी सुनी नहीं जा रही है, डीसी एसपी की तो बात ही छोड़ दे छोटे-छोटे पुलिस अफसर तक उनकी बात नहीं सुनते हैं. मामले को लेकर कांग्रेसी विधायक दीपिका पांडे ने तो खुलकर ट्वीट भी कर दिया था. जबकि कांग्रेस विधायक ममता देवी और अंबा प्रसाद ने तो पहले से ही पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

Last Updated : Jul 4, 2021, 6:46 PM IST
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