रांची: जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से एक आदेश जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि पारा शिक्षकों को अब गंभीरता पूर्वक अपने टोले के 10 बच्चों की पढ़ाई पर नजर रखनी होगी. बच्चों की गतिविधियों की निगरानी का जिम्मा शिक्षकों पर ही होगा.
विशेष निर्देश
लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग ऑनलाइन क्लासेज को समुचित तरीके से चलाने में असमर्थ साबित हो रही है. लेकिन अब वैकल्पिक रास्ता अपनाकर विभाग की ओर से एक बेहतर पहल की जा रही है. जिले के सभी पारा शिक्षकों को अब अपने टोले के 10 बच्चों की पढ़ाई पर नजर रखनी होगी. इसे लेकर जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से एक विशेष निर्देश जारी किया गया है.
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गाइडलाइन जारी
तमाम कंटेंट बच्चों तक पहुंचाना इन शिक्षकों की जिम्मेदारी होगी. साथ ही बच्चों की पूरी निगरानी इन्हीं शिक्षकों के ऊपर होगी. दरअसल, विभाग की ओर से डिजी साथ के जरिए सप्ताहिक क्विज कंपटीशन का आयोजन होता है. जिसमें बच्चों की भागीदारी काफी चिंताजनक है. इसके बाद जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से तमाम शिक्षकों के लिए एक विशेष गाइडलाइन जारी किया गया है.
यूजीसी का निर्देश छुट्टियों में हो सकती है कटौती
यूजीसी की ओर से विश्वविद्यालयों के लिए एक विशेष गाइडलाइन जारी किया गया है. अकादमिक सत्र की कक्षाएं 1 नवंबर से शुरू करने को लेकर निर्देश दिया गया है. इस सेशन में आरयू प्रशासन तमाम छुट्टियों में कटौती करने को लेकर विचार कर रहा है. दुर्गा पूजा की छुट्टी को तीन से चार दिन घटाया जा सकता है और छठ, क्रिसमस, जाड़े की छुट्टी में भी कटौती हो सकती है. रांची विश्वविद्यालय समेत डीएसपीएमयू में भी छुट्टियों में कटौती किए जाने को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है.
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विद्यार्थियों की पहल
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच कई कॉलेज, शिक्षण संस्थान लगातार जरूरतमंदों को सहायता पहुंचा रहे हैं. इसी कड़ी में रांची एक्सआईएसएस के विद्यार्थियों ने हिंदपीढ़ी आवासीय मध्य विद्यालय के शिक्षक, कर्मचारियों के बीच सेनेटाइजर, मास्क और ग्लव्स का वितरण किया. इस दौरान कोविड-19 को लेकर एक जागरूकता अभियान भी चलाया गया.