रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस (Jharkhand Congress) कमेटी के अध्यक्ष का चेहरा कभी भी बदल सकता है. इसकी सुगबुगाहट भी तेज हो गई है. केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस मुद्दे पर जल्द निर्णय लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. लगातार एक व्यक्ति एक पद की पार्टी परंपरा का हवाला देते हुए आलाकमान से इसकी मांग की जाती रही है. ऐसे में वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव मंत्री पद पर भी हैं, जिसकी वजह से जल्द प्रदेश अध्यक्ष के फेरबदल की संभावना है.
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विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के एक मंत्री को प्रदेश पार्टी की बागडोर दी जा सकती है, लेकिन अध्यक्ष के पद पर आसीन होने के लिए उन्हें मंत्री पद का त्याग करना पड़ सकता है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा इससे अलग भी हो सकता है, क्योंकि पार्टी में ट्राइबल को भी जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है. वर्तमान में पार्टी के एक सांसद और एक विधायक को लेकर भी चर्चा है, जिन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं प्रदेश कांग्रेस के कुछ और नेता भी अध्यक्ष पद की रेस में है, जिनमें प्रदेश कांग्रेस के एक कार्यकारी अध्यक्ष का नाम सबसे आगे है.
21 अगस्त को दिल्ली जाएंगे रामेश्वर उरांव
अटकलों के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव का 21 अगस्त को दिल्ली दौरे के भी कई मायने लगाए जा रहे हैं. हालांकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि जिस तरह कोरोना काल में प्रदेश अध्यक्ष ने बेहतर कार्य किए हैं, उससे यह नहीं लगता कि अभी प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदलने की उम्मीद है. वहीं प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने प्रदेश अध्यक्ष के दिल्ली दौरे को लेकर लगाए जा रहे मायनों को खारिज करते हुए कहा कि वह निजी कार्य से दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन इस दौरान पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से भी उनकी भेंट मुलाकात होगी.