रांची: वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने बुधवार को झारखंड के 2021-22 वित्तीय वर्ष का बजट पेश किया. इसमें सरकार ने अगले एक साल में युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने को लेकर भी कई प्रावधान किए. कई योजनाओं के लिए ज्यादा फंड दिया ताकि नए रोजगार का सृजन हो सके.
1100 लाख मानव दिवस का सृजन
वित्तीय वर्ष 2021-22 में मनरेगा योजना के तहत 1100 लाख मानव दिवस का सृजन होगा. मनरेगा मजदूरों को 194 रुपए के बदले 225 रुपए मजदूरी मिलेगी. 50 हजार सखी मंडलों को चक्रीय निधि उपल्बध कराने की योजना है. वहीं, 20 हजार सखी मंडलों को सामुदायिक निधि उपल्बध कराने की योजना है.
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मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना का मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत युवाओं को स्वंय का व्यवसाय शुरू करने के लिए सुगम और सस्ते दर पर ऋण सह अनुदान देने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना क्रियान्वित की जा रही है. पूर्व में इस योजना के तहत अनुदान 25 प्रतिशत और अधिकतम अनुदान राशि 2.50 लाख थी. इसे बढ़ाकर वित्तीय साल 2021-22 में 40 प्रतिशत यानि कि अधिकतम 5 लाख रुपये का अनुदान देने का प्रावधान किया गया है.
उद्योगों के विकास से मिलेगा रोजगार
राज्य के विकास के लिए के साथ उद्योगों का विकास जरूरी है. उद्योगों के विकास से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे. 5 हजार युवक और युवतियों को पीएमईजीपी योजना के तहत रोजगार के लिए लाभान्वित करने का लक्ष्य है.