रांची: झारखंड में पहले से ही कमजोर राजनीतिक जमीन पर खड़ी नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को झारखंड में झटका लगा है. झारखंड प्रदेश प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह और उनके समर्थकों को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दल विरोधी कार्य मे लिप्त होने का आरोप लगाकर निकाल दिया है. पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद प्रवीण सिंह ने कहा कि राजनीतिक जीवन में ये पहली बार पता चला कि बिना किसी शो कॉज के दल से निष्कासित किया जाता है.
पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रवीण सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार अच्छे नेता हैं, लेकिन अब संगठन में उनकी नहीं चल रही है. यही नहीं उन्होंने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को अक्षम नेता करार देते हुए कहा कि चार वर्षों में उन्होंने पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की पर दल के कुछ नेता ऐसे हैं जिनके पास विजन नहीं है. प्रवीण सिंह ने कहा कि उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी इस्तीफे की सूचना पहले ही दे दी थी, उसके बाद आज सुबह उन्हें दल विरोधी कार्य के लिए पार्टी से बाहर कर दिया गया जो हास्यास्पद है.
प्रवीण कुमार सिंह के साथ पार्टी के प्रदेश महामंत्री शमीम अंसारी, जीवेश सिंह सोलंकी, प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश सिंह, प्रदेश सचिव मो सनतुल्लाह, प्रदेश कार्यालय सचिव तारकेश्वर आजाद और राणा मनोज सिंह ने भी जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जदयू से इस्तीफा देने के बाद प्रवीण सिंह ने कहा कि सभी दलों से उनके अच्छे संबंध हैं लेकिन किस दल में शामिल होंगे इसका फैसला अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद करेंगे. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि उन्होंने जिन लोगों के साथ राजनीति के शुरुआती दिनों में साथ काम किया उनलोगों के साथ अच्छा महसूस करते हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रवीण सिंह भाजपा का दामन थाम सकते हैं. क्योंकि शुरुआती दिनों में वे भाजपा और झारखंड विकास मोर्चा में रह चुके हैं.