रांची: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी और फ्यूचरिस्टिक एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी फॉर्म ऑफ इंडिया की ओर से अभियंता दिवस (Engineer Day in Ranchi) पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला गुरुवार से शुरू हुआ और 18 सितंबर तक चलेगा. कार्यशाला में देश विदेश के विशेषज्ञ शामिल हुए हैं, जिसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने किया.
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रिमैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी बिल्डिंग विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए. कार्यशाला आयोजन समिति की ओर से बताया गया कि इस कार्यशाला में उत्पाद, जीवन चक्र डिजाइन, परिपत्र आपूर्ति श्रृंखला, परीक्षण मूल्यांकन, एडवांस मशीनिंग और हाइब्रिड रिमैन्युफैक्चरिंग आदि विषयों पर देश-विदेश से आए विशेषज्ञ अपना विचार व्यक्त करेंगे. इसका लाभ यहां के छात्र छात्राओं को मिलेगा.
1966 में स्थापित एनआईएमटी (नेशनल इंस्टिट्यूट एडवांस मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी) संस्था को अब तक स्वायत्तता नहीं मिलने का मामला केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री के सामने उठा. इसपर केंद्रीय राज्य शिक्षामंत्री ने कहा कि जल्द ही इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है. इसको लेकर विभागीय स्तर पर कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है और जल्द ही एनआईएमटी को स्वायत्तता मिल जाएगी. कार्यशाला में स्वीडन, सिंगापुर यूनाइटेड किंगडम आदि देशों के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं. ये विशेषज्ञ पुराने कीमती सामानों को नए तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जाए. इससे संबंधित जानकारी देंगे. इसके साथ ही ई- स्क्रैप के बारे में भी अपना अनुभव साझा करेंगे.
झुमरी तिलैया के रहने वाले कुणाल ने एक कंप्लीट होम ऑटोमेशन सिस्टम का अविष्कार किया है. कुणाल के बनाए गए कंप्लीट होम ऑटोमेशन सिस्टम के जरिए बिना इंटरनेट के घर में इस्तेमाल किए जाने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को सिर्फ आवाज से संचालित किया जा सकता है. कहते हैं आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है और यह बात अगर कोडरमा के इंजीनियर कुणाल के बारे में करें तो बिल्कुल सटीक बैठती है.