रांचीः झारखंड में 14 मई से पंचायत चुनाव होने जा रहा है. इस चुनाव को लेकर खुफिया एजेंसी ने राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर नक्सलियों की ओर से उत्पात मचाया जा सकता है. इससे निर्वाचन आयोग की चिंता बढ़ गई है. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने झारखंड पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की है और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने की योजना तैयार की.
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राज्य निर्वाचन आयोग ने सरकार को अपनी चिंता से भी अवगत करा दिया है. इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयुक्त ने आला अधिकारियों के साथ बैठक कर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने का निर्देश दिया है, ताकि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान हो सके. दुर्गम और अति संवेदनशील क्षेत्रों में चुनाव के दौरान जिला पुलिस के साथ-साथ राज्य पुलिस की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी. यह व्यवस्था खुफिया इनपुट आने के बाद किया गया है. इसके साथ ही आयोग ने सीआरपीएफ की तैनाती का आग्रह गृह विभाग से किया है.
एक नजर में संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्र
चुनाव | संवेदनशील | अतिसंवेदनशील |
पहला | 5704 | 5450 |
दूसरा | 4451 | 3700 |
तीसरा | 6021 | 3804 |
चौथा | 6785 | 4744 |
मतदान के दिन झारखंड से सटे अंतराज्यीय सीमा सील रहेगा. राज्य सरकार ने इसको लेकर बंगाल, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश प्रशासन के साथ बैठक कर चुकी है. मतदान के एक दिन पहले से सीमा क्षेत्रों में बैरिकेटिंग कर सघन चेकिंग किया जायेगा. इसके अलावे दुर्गम इलाके में पोलिंग पार्टी को एक दिन पहले हेलिकॉप्टर से भेजने की तैयारी की गई है. मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद ने कहा कि चुनाव तैयारी पूरी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती का आग्रह किया गया है.
14 मई से चार चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में राज्य के 53,480 मतदान केंद्रों पर 1 करोड़ 96 लाख 16 हजार 504 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. हालांकि, नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा की है. इससे राज्य निर्वाचन आयोग सचेत है और शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने में जुटी है.