रांची: अक्टूबर से जिले के उपायुक्त छवि रंजन द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का बारी-बारी से निरीक्षण करेंगे और स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन का जयाजा लेंगे. इसे लेकर कलेक्ट्रेट में मंगलवार को एक बैठक की गई. इस दौरान उपायुक्त ने कुपोषण उपचार केंद्र में बच्चों की उपस्थिति की सही जानकारी नहीं देने और कार्य शिथिलता बरतने पर बुंडू एमओआईसी को जमकर फटकार लगाई.
रांची जिले के उपायुक्त छवि रंजन ने विभिन्न कुपोषण उपचार केंद्र में बच्चों की संख्या और अन्य व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने सभी संबंधित एमओआईसी को अपने-अपने क्षेत्र में कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण उपचार केंद्र में लाने का निर्देश दिया. इस दौरान उन्होंने अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने पर बेड़ो एमओआईसी का वेतन रोकने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि जहां भी बीपीएम या बीडीएम का प्रदर्शन ठीक नहीं हो रहा वहां के एमओआईसी सूचित करें. उनपर कार्रवाई की जाएगी.
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उपायुक्त ने लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर मांडर बीपीएम के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है. इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारियों की भी समीक्षा की और सिविल सर्जन को उन्होंने सभी सरकारी अस्पतालों में मैन पावर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न योजनाओं की जिले में क्रियान्वयन की भी समीक्षा की गई.