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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019:  आपने निभाई जिम्मेदारी तो नपेंगे आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले

झारखंड में 1 नवंबर 2019 से आदर्श आचार संहिता लागू है. इसके उल्लंघन की शिकायत करना बेहद आसान है. आप वीडियो देखकर इस आसान प्रक्रिया को समझ सकते हैं. फिर देर किस बात की है, आप भी जिम्मेदार नागरिक बनिए और आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों की शिकायत चुनाव आयोग से करिए.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019
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Published : Nov 5, 2019, 7:33 PM IST

रांचीः आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की शिकायत के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल ऐप लॉन्च कर रखा है. सी-विजिल का अर्थ जागरूक नागरिक है . यह मोबाइल ऐप्लिकेशन स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के संचालन में आम लोगों की सक्रिय सहभागिता पर आधारित है. इस ऐप को ऐसे किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन या आधुनिक कैमरे में इंस्टॉल किया जा सकता है.

वीडियो में देखिए पूरी जानकारी

इस ऐप के जरिए आप आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं और इसके लिए आपको किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐप की खासियत यह है कि यह लाइव फोटो और वीडियो ऐप के अंदर लोकेशन के साथ स्टोर कर लेता है ताकि फ्लाइंग स्क्वॉड को पक्का सबूत मिल सके.

कैसे करें शिकायत
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की तस्वीर या वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में इसकी जानकारी लिखें. ऐप पर शिकायत करते ही संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष सक्रिय होता है और स्वचालित लोकेशन मैपिंग के आधार पर फ्लाइंग स्क्वॉड कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच जाता है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019
किस ऐप पर करें शिकायत

ये भी पढ़ें-झारखंड में चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू, जानिए क्या है नियम

शिकायतकर्ता की पहचान
सी-विजिल ऐप में बेनामी रूप से शिकायत दर्ज करने का विकल्प होता है. इस स्थिति में सिस्टम को मोबाइल नंबर और अन्य विवरण नहीं भेजे जाते, इससे शिकायतकर्ता की पहचान उजागर नहीं होती है. हालांकि बेनामी शिकायत होने पर शिकायतकर्ता को कार्रवाई की जानकारी का संदेश नहीं मिल सकेगा.

शिकायत सहीं होने पर
फ्लाइंग स्क्वॉड की जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सूचना को भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है और शिकायत करने वाले को 100 मिनट के अंदर स्थिति के बारे में जानकारी दी जाती है.

दुरुपयोग रोकने के उपाय
सी-विजिल ऐप का इस्तेमाल सिर्फ उसी राज्य के भौगोलिक सीमाओं के अंदर किया जा सकेगा, जहां चुनाव की घोषणा की गई है. इसके साथ ही किसी भी घटना की शिकायत वीडियो बनाने के 5 मिनट के अंदर करना होगा. पहले से रिकॉर्ड तस्वीर या वीडियो को अपलोड नहीं किया जा सकता. कोई भी शख्स 5 मिनट के अंदर सिर्फ एक शिकायत ही दर्ज कर सकता है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019
शिकायत करने के लिए नंबर

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत सी-विजिल ऐप के अलावा चुनाव आयोग की मुख्य वेबसाइट, राष्ट्रीय संपर्क केंद्र 1800111950 या राज्य संपर्क केंद्र 1950 में कॉल के जरिए भी की जा सकती है.

रांचीः आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की शिकायत के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल ऐप लॉन्च कर रखा है. सी-विजिल का अर्थ जागरूक नागरिक है . यह मोबाइल ऐप्लिकेशन स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के संचालन में आम लोगों की सक्रिय सहभागिता पर आधारित है. इस ऐप को ऐसे किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन या आधुनिक कैमरे में इंस्टॉल किया जा सकता है.

वीडियो में देखिए पूरी जानकारी

इस ऐप के जरिए आप आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं और इसके लिए आपको किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐप की खासियत यह है कि यह लाइव फोटो और वीडियो ऐप के अंदर लोकेशन के साथ स्टोर कर लेता है ताकि फ्लाइंग स्क्वॉड को पक्का सबूत मिल सके.

कैसे करें शिकायत
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की तस्वीर या वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में इसकी जानकारी लिखें. ऐप पर शिकायत करते ही संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष सक्रिय होता है और स्वचालित लोकेशन मैपिंग के आधार पर फ्लाइंग स्क्वॉड कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच जाता है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019
किस ऐप पर करें शिकायत

ये भी पढ़ें-झारखंड में चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू, जानिए क्या है नियम

शिकायतकर्ता की पहचान
सी-विजिल ऐप में बेनामी रूप से शिकायत दर्ज करने का विकल्प होता है. इस स्थिति में सिस्टम को मोबाइल नंबर और अन्य विवरण नहीं भेजे जाते, इससे शिकायतकर्ता की पहचान उजागर नहीं होती है. हालांकि बेनामी शिकायत होने पर शिकायतकर्ता को कार्रवाई की जानकारी का संदेश नहीं मिल सकेगा.

शिकायत सहीं होने पर
फ्लाइंग स्क्वॉड की जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सूचना को भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है और शिकायत करने वाले को 100 मिनट के अंदर स्थिति के बारे में जानकारी दी जाती है.

दुरुपयोग रोकने के उपाय
सी-विजिल ऐप का इस्तेमाल सिर्फ उसी राज्य के भौगोलिक सीमाओं के अंदर किया जा सकेगा, जहां चुनाव की घोषणा की गई है. इसके साथ ही किसी भी घटना की शिकायत वीडियो बनाने के 5 मिनट के अंदर करना होगा. पहले से रिकॉर्ड तस्वीर या वीडियो को अपलोड नहीं किया जा सकता. कोई भी शख्स 5 मिनट के अंदर सिर्फ एक शिकायत ही दर्ज कर सकता है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2019
शिकायत करने के लिए नंबर

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत सी-विजिल ऐप के अलावा चुनाव आयोग की मुख्य वेबसाइट, राष्ट्रीय संपर्क केंद्र 1800111950 या राज्य संपर्क केंद्र 1950 में कॉल के जरिए भी की जा सकती है.

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कैसे करें शिकायत

शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की तस्वीर या वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में इसकी जानकारी लिखें. ऐप पर शिकायत करते ही संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष सक्रिय होता है और स्वचालित लोकेशन मैपिंग के आधार पर फ्लाइंग स्क्वॉड कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच जाता है. 



शिकायतकर्ता की पहचान

सी-विजिल  ऐप में बेनामी रूप से शिकायत दर्ज करने का विकल्प होता है. इस स्थिति में सिस्टम को मोबाइल नंबर और अन्य विवरण नहीं भेजे जाते, इससे शिकायतकर्ता की पहचान उजागर नहीं होती है. हालांकि बेनामी शिकायत होने पर शिकायतकर्ता को कार्रवाई की जानकारी का संदेश नहीं मिल सकेगा.



शिकायत सहीं होने पर

फ्लाइंग स्क्वॉड की जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सूचना को भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है और शिकायत करने वाले को 100 मिनट के अंदर स्थिति के बारे में जानकारी दी जाती है.



दुरुपयोग रोकने के उपाय

सी-विजिल ऐप का इस्तेमाल सिर्फ उसी राज्य के भौगोलिक सीमाओं के अंदर किया जा सकेगा, जहां चुनाव की घोषणा की गई है. इसके साथ ही किसी भी घटना की शिकायत वीडियो बनाने के 5 मिनट के अंदर करना होगा. पहले से रिकॉर्ड तस्वीर या वीडियो को अपलोड नहीं किया जा सकता. कोई भी शख्स 5 मिनट के अंदर सिर्फ एक शिकायत ही दर्ज कर सकता है.



आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत सी-विजिल ऐप के अलावा चुनाव आयोग की मुख्य वेबसाइट, राष्ट्रीय संपर्क केंद्र 1800111950 या राज्य संपर्क केंद्र 1950 में कॉल के जरिए भी की जा सकती है.


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