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झारखंड में फिर पैर पसारने लगा कोरोना, लेकिन बस स्टैंड पर नहीं है जांच की कोई विशेष तैयारी - स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट

झारखंड में दो दिन पहले कई कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे. जिसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड में है. लेकिन रांची के बस स्टैंडों की स्थिति बहुत ही भयावह है. कई जगहों से यात्री बस स्टैंड पहुंच रहे हैं. लेकिन किसी भी तरह की जांच नहीं की जा रही है. ऐसे में राज्य में एक बार फिर कोरोना भयावह रूप ले सकता है.

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स्वास्थ्य विभाग लापरवाह
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Published : Oct 25, 2021, 7:59 PM IST

रांची: झारखंड में कोरोना का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा है. पिछले 3 दिनों से राजधानी रांची में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसे देखते हुए रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों की लगातार सघन जांच की जा रही है. क्योंकि 2 दिन पहले भी रांची रेलवे स्टेशन पर तपस्वनी एक्सप्रेस से कई संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है, ताकि झारखंड में संभावित तीसरी लहर को आने से रोका जा सके.


इसे भी पढे़ं: कोरोना को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश


संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रांची रेलवे स्टेशन पर तो थोड़ी सख्ती की गई है. लेकिन राजधानी के बस स्टैंडों की स्थिति बहुत ही भयावह है. कई जगहों से यात्री बस स्टैंड पहुंच रहे हैं. लेकिन किसी भी तरह की जांच नहीं की जा रही है. ईटीवी भापत की टीम ने जब रांची के सरकारी बस स्टैंड और खादगढ़ा बस स्टैंड का जायजा लिया वहां कोरोना जांच की कोई बेहतर सुविधा नजर नहीं आई और न ही यात्री गाइडलाइन का पालन करते नजर आए. सरकारी बस स्टैंड के मैनेजर प्रदीप कुमार ने बताया कि अभी तक स्टैंड पर किसी भी स्वास्थकर्मी की तैनाती नहीं हुई है. स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारी ही स्क्रीनिंग के माध्यम से यात्रियों की जांच कर रहे हैं. जिसमें कई बार यात्रियों की सही तरीके से जांच नहीं हो पाती है.

देखें पूरी खबर

खादगढ़ा बस स्टैंड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट नहीं

वहीं ईटीवी भारत की टीम सरकारी बस स्टैंड के बाद जब रांची के सबसे बड़े बस स्टैंड खादगढ़ा पहुंची, तो वहां पर भी स्थिति कुछ बेहतर नहीं थी. खादगढ़ा बस स्टैंड पर स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे. लेकिन उनके द्वारा भी जांच वैसे ही लोगों की जांच की जा रही थी, जो अपनी मर्जी से टेस्टिंग केंद्र पर पहुंच रहे थे. कई यात्री ऐसे थे जो बिना जांच कराए ही स्टैंड से बाहर निकल रहे थे. इसे लेकर जब स्टैंड पर कार्यरत चालक कल्याण संघ के अध्यक्ष राणा बजरंगी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कोविड टेस्ट को लेकर किसी तरह की कोई कड़ाई नहीं बरती जा रही है. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यदि इसी तरह की व्यवस्था बनी रही तो हमारे ड्राइवर और कंडक्टर के भी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी.

इसे भी पढे़ं: 26 अक्टूबर से हड़ताल पर जाएंगे कोरोना टेस्ट करने वाले कर्मचारी, वेतन नहीं मिलने से नाराज


बढ़ाई जाएगी स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या


रांची के सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि 1 से 2 दिनों में स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि बस स्टैंड, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर आने बाहर के लोगों की कोरोना जांच में गति लाया जा सके. वहीं उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त से बात हुई है. जल्द ही कोई निर्णय लिए जाएंगे.

रांची: झारखंड में कोरोना का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा है. पिछले 3 दिनों से राजधानी रांची में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसे देखते हुए रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों की लगातार सघन जांच की जा रही है. क्योंकि 2 दिन पहले भी रांची रेलवे स्टेशन पर तपस्वनी एक्सप्रेस से कई संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है, ताकि झारखंड में संभावित तीसरी लहर को आने से रोका जा सके.


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संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रांची रेलवे स्टेशन पर तो थोड़ी सख्ती की गई है. लेकिन राजधानी के बस स्टैंडों की स्थिति बहुत ही भयावह है. कई जगहों से यात्री बस स्टैंड पहुंच रहे हैं. लेकिन किसी भी तरह की जांच नहीं की जा रही है. ईटीवी भापत की टीम ने जब रांची के सरकारी बस स्टैंड और खादगढ़ा बस स्टैंड का जायजा लिया वहां कोरोना जांच की कोई बेहतर सुविधा नजर नहीं आई और न ही यात्री गाइडलाइन का पालन करते नजर आए. सरकारी बस स्टैंड के मैनेजर प्रदीप कुमार ने बताया कि अभी तक स्टैंड पर किसी भी स्वास्थकर्मी की तैनाती नहीं हुई है. स्टैंड पर कार्यरत कर्मचारी ही स्क्रीनिंग के माध्यम से यात्रियों की जांच कर रहे हैं. जिसमें कई बार यात्रियों की सही तरीके से जांच नहीं हो पाती है.

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खादगढ़ा बस स्टैंड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट नहीं

वहीं ईटीवी भारत की टीम सरकारी बस स्टैंड के बाद जब रांची के सबसे बड़े बस स्टैंड खादगढ़ा पहुंची, तो वहां पर भी स्थिति कुछ बेहतर नहीं थी. खादगढ़ा बस स्टैंड पर स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे. लेकिन उनके द्वारा भी जांच वैसे ही लोगों की जांच की जा रही थी, जो अपनी मर्जी से टेस्टिंग केंद्र पर पहुंच रहे थे. कई यात्री ऐसे थे जो बिना जांच कराए ही स्टैंड से बाहर निकल रहे थे. इसे लेकर जब स्टैंड पर कार्यरत चालक कल्याण संघ के अध्यक्ष राणा बजरंगी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कोविड टेस्ट को लेकर किसी तरह की कोई कड़ाई नहीं बरती जा रही है. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यदि इसी तरह की व्यवस्था बनी रही तो हमारे ड्राइवर और कंडक्टर के भी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी.

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बढ़ाई जाएगी स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या


रांची के सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि 1 से 2 दिनों में स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि बस स्टैंड, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर आने बाहर के लोगों की कोरोना जांच में गति लाया जा सके. वहीं उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त से बात हुई है. जल्द ही कोई निर्णय लिए जाएंगे.

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