रांचीः 10 फरवरी से ट्रेन संख्या 22846 और 22845 हटिया-पुणे-हटिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के कोच एचओजी रैक में परिवर्तित कर दी गयी है. इससे आम यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा. इसमें लगे इंजन अत्याधुनिक हैं. जिससे प्रत्येक सप्ताह लगभग 60 हजार लीटर तेल की बचत होगी और 1 साल में लगभग 3,12,840 लीटर तेल बचेगा. जिससे सालाना लगभग दो करोड़ 8 लाख रुपये से अधिक की रेलवे को बचत होगी.
हटिया-पुणे-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के एक कोच को एचओजी में परिवर्तित किया गया है. ट्रेन संख्या 22 846-2 2845 हटिया-पुणे-हटिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के रैक को बदल कर एचओजी रैक में परिवर्तित किया गया है और इससे सीधे आम यात्रियों को फायदा मिलेगा. ट्रेन के आगे और पीछे लगे जनरेटर कार को हटा दिया गया है. जिससे पैसेंजर की ट्रेन में सीट बढ़ेगी. वहीं वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी. रेलवे को इससे सालाना 2 करोड 8 लाख रुपये की बचत होगी.
ये भी पढ़ें- लातेहारः अपराध की योजना बनाते 5 गिरफ्तार, सुजीत सिन्हा और अमन साव गिरोह के हैं सभी अपराधी
इन ट्रेनों मे लगी है एचओजी रैक
इसके पहले हटिया- बेंगलुरु -कैंट- हटिया, हटिया-हावड़ा-हटिया क्रिया योगा एक्सप्रेस, रांची-नई दिल्ली रांची राजधानी एक्सप्रेस, रांची-आनंद बिहार-रांची संपर्क क्रांति एक्सप्रेस और हटिया एर्नाकुलम-हटिया ट्रेन के रैक को पहले ही एचओजी में बदला जा चुका है. एचओजी प्रणाली ने ट्रेन में एसी और अन्य बिजली के उपकरण को बिजली की आपूर्ति ट्रेन की इंजन से ही की जाताीहै. इसके लिए अलग से जेनरेटर की आवश्यकता नहीं होती है.
इससे पहले ट्रेनों में एसी और अन्य बिजली के उपकरणों के लिए बिजली की आपूर्ति चार जेनेरेटर से की जाती थी. इससे वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण कम होता है. जिससे वातावरण को स्वच्छ रखने में सहायता मिलती है. लगातार रांची रेल मंडल अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने में जुटा है. इसी कड़ी में 10 फरवरी से हटिया पुणे हटिया ट्रेन के रैक को एचओजी रैक में परिवर्तित किया गया है.