रांची: भारतीय छात्र संसद (Bharatiya Chatra Sansad) संस्था और एमिटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट पुणे की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होकर प्रसन्नता जाहिर की. कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि विश्व का सर्वाधिक युवा भारत में है. ऐसे में सभी को सशक्त और स्वस्थ युवा पीढ़ी तैयार करने की दिशा में प्रभावी भूमिका का निर्वहन करना चाहिए.
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राज्यपाल ने कहा कि देश में ऐसे युवाओं की जरूरत है जो भावी राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो. उन्होंने कहा कि सामाजिक विचारों से ओतप्रोत युवाओं के राजनीति में प्रवेश और प्रशिक्षण के लिए सबसे पहले साल 2005 में एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट की स्थापना की गई थी. साल 2011 में भारतीय छात्र संसद के रूप में तीन दिवसीय वार्षिक आयोजन प्रारंभ किया गया. जिसमें विश्व के सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय युवा लोकतांत्रिक पद्धति से राष्ट्रीय और वैश्विक समस्याओं पर सार्थक संवाद करते हैं. यह देश के युवाओं के लिए एक बेहतर प्लेटफार्म है.
युवाओं का देश है भारत
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि भारत में कुल जनसंख्या का लगभग 35 फीसदी से अधिक आबादी युवाओं की है. इनकी रचनात्मक और सृजनशील ऊर्जा के विकास के लिए भारतीय छात्र संसद द्वारा उन्हें राष्ट्र निर्माण के विभिन्न गतिविधियों में शामिल करना एक सराहनीय प्रयास है.
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देश के सभी जगहों के युवाओं ने लिया हिस्सा
भारतीय छात्र संसद की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश के कई हिस्सों के युवाओं ने हिस्सा लिया. जहां राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई.