रांचीः रांची रेलवे स्टेशन आरपीएफ पोस्ट की ओर से नन्हे फरिश्ते ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान स्टेशन परिसर में सघन चेकिंग किया गया. चेकिंग के दौरान महिला आरपीएफ जवान ने प्लेटफॉर्म पर एक लड़की को बिना सामान घूमते देखा. आरपीएफ ने शक के आधार पर लड़की से पूछताछ की तो संतोषजनक जवाब नहीं दी. इसके बाद सख्ती से पूछताछ की गई तो लड़की ने सब कुछ सच सच बता दिया. (Girl Rescued from Ranchi railway Station)
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लड़की ने आरपीएफ की पूछताछ में अपना नाम एस कुमारी और रांची की रहने वाली बताई. आरपीएफ को यह भी बताई कि माता-पिता को बिना बताए लखनऊ जाने के लिए घर से भागी थी. इसके बाद आरपीएफ ने नाबालिग लड़की को आश्रय गृह में रखा. इसके बाद सुरक्षा और कानूनी औपचारिकताओं को पूर्ण कर आवश्यक कार्रवाई के लिए सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया.
रांची रेलवे स्टेशन पर महिला आरपीएफ लगातार झारखंड से बाहर जाने वाली बच्चियों पर विशेष निगरानी रख रही है. यही वजह है कि आये दिन घर से भागी लड़कियों को रांची रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू किया जा रहा है. नन्हे फरिश्ते नाम से ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन के दौरान घर से भागी कई लड़कियों का रेस्क्यू किया गया है.
मानव तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के जरिए लगातार कामयाबी हासिल हो रही है. ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के जरिए लगातार रांची रेलवे स्टेशन पर झारखंड की बच्चियों को मानव तस्करों से बचाया जा रहा है. शनिवार यानी 10 सितंबर को भी झारखंड के सिमडेगा की दो नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों द्वारा ट्रेन से दिल्ली भेजा जा रहा (Two minor girls rescued) था. लेकिन ऐन मौके पर नन्हे फरिश्ते टीम में शामिल आरपीएफ जवानों को मामले की जानकारी मिली, जिसके बाद दोनों नाबालिगों को ट्रेन से रेस्क्यू करवाया.