रांचीः झारखंड में सरकार विभागीय व्यवस्था को हाईटेक करने में लगी है. कई विभागों को जियो मैपिंग से जोड़ा जा रहा है. ऐसे में अब राज्य के सभी आयुष औषधालयों की जियो मैपिंग विभाग कराने जा रहा है तो मत्स्य निदेशालय ने भी राज्य के सभी 60 हजार से अधिक सरकारी-गैरसरकारी ताल तलैयों की भी जियो मैपिंग कराने का फैसला लिया गया है.
निगरानी में होगी आसानीः राज्य के आयुष निदेशक डॉ फजलुस समी ने बताया कि जियो मैपिंग हो जाने से राज्य के दूर दराज के आयुष औषधालयों पर रांची से ही नजर रखी जा सकेगी. डॉ फजलुस समी ने कहा कि ई-संजीवनी, टेली मेडिसिन की व्यवस्था के साथ साथ डॉक्टरों की उपस्थिति पर भी नजर रखी जा सकेगी.
राज्य के 60 हजार से ज्यादा जलाशयों की भी होगी जियो मैपिंगः राज्य का मत्स्य निदेशालय भी अपने जलाशयों की जियो मैपिंग कराने जा रहा है. मत्स्य निदेशालय के निदेशक एच एन द्विवेदी ने बताया कि बरसात से पहले सभी सरकारी-गैरसरकारी जलाशयों तालाबों की जियो मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया. मत्स्य निदेशक ने बताया कि जियो मैपिंग से आसानी से यह पता चल सकेगा कि कौन जलाशय कहां है, किस जलाशय में कितना पानी है, कहां मछली पालन की क्या क्षमता है इन सब की जानकारी मिल सकेगी.