रांची: राजधानी में छठ महापर्व को लेकर तमाम तरह की तैयारियां की जा रही है. जलाशयों के साफ-सफाई में लोग जुटे हैं, रांची के मुख्य छठ तालाबों में युद्ध स्तर पर साफ-सफाई हो रही है. वहीं जब चुटिया पावर हाउस छठ घाट का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम पहुंची तब हमें वहां एक भयावाह दृश्य देखने को मिला. पावर हाउस के अवशिष्ट पदार्थों और तालाब में तेल रिसाव के कारण पूरा तलाव दूषित हो चुका है. एक माचिस की तिल्ली और आग की चिंगारी पानी में आग लगा देती है.
दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा तालाब
पिछले कई वर्षों से चुटिया क्षेत्र के लोग जिला प्रशासन से यह गुहार लगा चुके हैं कि इस भीड़भाड़ वाले क्षेत्र से ट्रांसफार्मर पावर हाउस हटाकर कहीं और स्थापित किया जाए. लेकिन अब तक प्रशासन और शासन का ध्यान इस तरफ नहीं गया है. यह जलाशय एक बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है.
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मजबूरी में पहुंचते हैं लोग
रांची के चुटिया स्थित पावर हाउस के बगल में स्थित छठ घाट पर पावर हाउस से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ और तेल रिसाव के कारण यहां का पानी पूरी तरह दूषित हो चुका है. माचिस की तिल्ली और चिंगारी से पानी में आग जलने लगती है. लेकिन क्षेत्र का एकमात्र जलाशय होने के कारण लोगों की मजबूरी है कि यहां भगवान भुवन भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने पहुंचना पड़ता है.
शासन-प्रशासन से लगा चुके हैं गुहार
हालांकि आयोजक बिना दुर्घटना के महापर्व छठ संपन्न हो इसे लेकर तैयारियों में जुटी है. आयोजकों का कहना है कि इस मामले को लेकर कई बार मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक को आवेदन दिया जा चुका है लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही साबित हुआ है. मजबूरन यहां के लोग भय के माहौल में महापर्व छठ पूजा करने को विवश हैं.