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दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल को कहा जाता है BJP का गढ़, उपचुनाव में जिंदा हुई कांग्रेस - Assembly Elections 2019

दक्षिणी छोटानागपुर में 5 जिले और 15 विधानसभा सीट है. इसमें 11 अनुसूचित जनजाति और एक सीट एससी के लिए रिजर्व है. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की सबसे ज्यादा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. वहीं फिलहाल 15 सीटों में से 4 सीट पर जेएमएम का भी कब्जा है.

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
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Published : Nov 2, 2019, 5:30 PM IST

Updated : Nov 2, 2019, 5:50 PM IST

रांची: राज्य गठन के बाद झारखंड में अब तक तीन चुनाव हुए हैं. तीनों चुनावों में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की सबसे ज्यादा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इस प्रमंडल में रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा जिला शामिल हैं. प्रमंडल में कुल 15 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें 11 सीटें अनुसूचित जनजाति और एक सीट एससी के लिए रिजर्व है. अनारक्षित सीटों में सिल्ली, रांची और हटिया के नाम शामिल हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

2005 में 7, 2009 में 5 और 2014 में 8 सीटों पर बीजेपी काबिज हुई . जबकि पिछले तीन चुनावों में तीन-तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस शून्य पर आउट हो गई, लेकिन बीजेपी की किरकिरी तब हुई जब सत्ता में रहते हुए लोहरदगा सीट पर हुई उपचुनाव में वह अपने सहयोगी आजसू को जीत नहीं दिला सकी. आजसू की यह सीट कांग्रेस ले उड़ी. निर्दलीय विधायक एनोस एक्का को सजा होने के बाद खाली पड़ी सिमडेगा की कोलेबिरा सीट पर भी बीजेपी की कांग्रेस से हार की खूब चर्चा हुई.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2014 का रिपोर्ट

सत्ता में भागीदारी
झारखंड की रघुवर सरकार में कुल दस मंत्री हैं. इनमें से दो मंत्री यानी रांची विधायक सीपी सिंह और खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल से आते हैं. हालांकि, सबसे ज्यादा तीन मंत्री संथाल परगना से हैं, लेकिन सिसई से विधायक दिनेश उरांव के स्पीकर बनाए जाने से सरकार की नजर में इस प्रमंडल की अहमियत समझी जा सकती है.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2009 का रिपोर्ट

जेएमएम का बढ़ा है कद
ऐसा पहली बार हुआ है कि दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की तीन सीटों पर जेएमएम का कब्जा है. रांची की सिल्ली सीट अब आजसू से निकल कर जेएमएम की झोली में है. गुमला की बिशुनपुर सीट पर जेएमएम के चमरा लिंडा काबिज हैं और खूंटी की तोरपा सीट लगातार दो बार से जेएमएम जीतता आ रहा है. इन तीन सीटों के अलावा 2005 में गुमला सीट पर जेएमएम की जीत हुई थी. यानी इस प्रमंडल की कुल 15 सीटों में चार सीटों पर जेएमएम का कब्जा है.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2005 का रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर: सात समंदर पार से महापर्व छठ पूजा मनाने पहुंची जर्मन बहू, बताया अनूठा अनुभव

कितनी सीटों पर कौन सी पार्टी दूसरे स्थान पर रही
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की 15 सीटों में तोरपा, हटिया, बिशुनपुर और कोलेबिरा सीट पर यानी चार सीटों पर बीजेपी दूसरे स्थान पर रही. जहां तक जेएमएम की बात है तो खूंटी, रांची, सिसई और गुमला सीट यानी 4 सीटों पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही. तमाड़ और सिमडेगा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे. इस मामले में कांग्रेस को खिजरी, कांके और लोहरदगा सीट पर दूसरा स्थान मिला. इससे साफ है कि दक्षिणी छोटानपुर प्रमंडल में बीजेपी की जबरदस्त पकड़ है.

रांची: राज्य गठन के बाद झारखंड में अब तक तीन चुनाव हुए हैं. तीनों चुनावों में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की सबसे ज्यादा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इस प्रमंडल में रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा जिला शामिल हैं. प्रमंडल में कुल 15 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें 11 सीटें अनुसूचित जनजाति और एक सीट एससी के लिए रिजर्व है. अनारक्षित सीटों में सिल्ली, रांची और हटिया के नाम शामिल हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

2005 में 7, 2009 में 5 और 2014 में 8 सीटों पर बीजेपी काबिज हुई . जबकि पिछले तीन चुनावों में तीन-तीन सीटें जीतने वाली कांग्रेस शून्य पर आउट हो गई, लेकिन बीजेपी की किरकिरी तब हुई जब सत्ता में रहते हुए लोहरदगा सीट पर हुई उपचुनाव में वह अपने सहयोगी आजसू को जीत नहीं दिला सकी. आजसू की यह सीट कांग्रेस ले उड़ी. निर्दलीय विधायक एनोस एक्का को सजा होने के बाद खाली पड़ी सिमडेगा की कोलेबिरा सीट पर भी बीजेपी की कांग्रेस से हार की खूब चर्चा हुई.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2014 का रिपोर्ट

सत्ता में भागीदारी
झारखंड की रघुवर सरकार में कुल दस मंत्री हैं. इनमें से दो मंत्री यानी रांची विधायक सीपी सिंह और खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल से आते हैं. हालांकि, सबसे ज्यादा तीन मंत्री संथाल परगना से हैं, लेकिन सिसई से विधायक दिनेश उरांव के स्पीकर बनाए जाने से सरकार की नजर में इस प्रमंडल की अहमियत समझी जा सकती है.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2009 का रिपोर्ट

जेएमएम का बढ़ा है कद
ऐसा पहली बार हुआ है कि दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की तीन सीटों पर जेएमएम का कब्जा है. रांची की सिल्ली सीट अब आजसू से निकल कर जेएमएम की झोली में है. गुमला की बिशुनपुर सीट पर जेएमएम के चमरा लिंडा काबिज हैं और खूंटी की तोरपा सीट लगातार दो बार से जेएमएम जीतता आ रहा है. इन तीन सीटों के अलावा 2005 में गुमला सीट पर जेएमएम की जीत हुई थी. यानी इस प्रमंडल की कुल 15 सीटों में चार सीटों पर जेएमएम का कब्जा है.

South Chhotanagpur division, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
विधानसभा चुनाव 2005 का रिपोर्ट

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कितनी सीटों पर कौन सी पार्टी दूसरे स्थान पर रही
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की 15 सीटों में तोरपा, हटिया, बिशुनपुर और कोलेबिरा सीट पर यानी चार सीटों पर बीजेपी दूसरे स्थान पर रही. जहां तक जेएमएम की बात है तो खूंटी, रांची, सिसई और गुमला सीट यानी 4 सीटों पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही. तमाड़ और सिमडेगा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे. इस मामले में कांग्रेस को खिजरी, कांके और लोहरदगा सीट पर दूसरा स्थान मिला. इससे साफ है कि दक्षिणी छोटानपुर प्रमंडल में बीजेपी की जबरदस्त पकड़ है.

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equation of South Chhotanagpur division


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Last Updated : Nov 2, 2019, 5:50 PM IST
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