रांचीः कोलकाता पुलिस के द्वारा 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किए गए झारखंड हाईकोर्ट के advocate Rajiv Kumar को ईडी रिमांड पर लेगी. फिलहाल ईडी ने अधिवक्ता राजीव कुमार केस को टेकओवर कर लिया है. अब पश्चिम बंगाल पुलिस को अधिवक्ता राजीव कुमार को ईडी कोर्ट में पेश करना है.
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बता दें कि 18 अगस्त को पश्चिम बंगाल पुलिस को अधिवक्ता राजीव कुमार को ईडी की विशेष अदालत के समक्ष हाजिर करना है. इधर राजीव कुमार को रिमांड पर लेने के लिए ईडी ने तैयारी कर ली है. इसी दिन ईडी कोर्ट को आवेदन देगी. राजीव कुमार की रिमांड मिलने के बाद अधिवक्ता से ईडी जोनल आफिस में पूछताछ करेगी. ईडी इतनी बड़ी रकम मिलने के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी जांच कर रही है.
मनी लॉन्ड्रिंग की जांचः इससे पहले 31 जुलाई को कोलकाता में गिरफ्तारी के बाद से अधिवक्ता राजीव कुमार पश्चिम बंगाल पुलिस की हिरासत में हैं. कारोबारी अमित अग्रवाल ने राजीव पर पीआईएल मैनेज करने के बदले पैसे लेने का आरोप लगाया था, उनके पास से कोलकाता पुलिस ने 50 लाख रुपये नगदी बरामद किए थे. कोलकाता में दर्ज मामले के आधार पर रांची के ईडी जोनल ऑफिस में इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं पर जांच शुरू की गई है.
कोलकता पुलिस भी कर रही है जांचः इधर गिरफ्तारी के बाद प. बंगाल पुलिस की डिटेक्टिव टीम भी जांच कर रही है. टीम ने राजीव कुमार को रिमांड पर लिया था. प. बंगाल पुलिस ने दावा किया है कि राजीव कुमार के संबंध में कई सनसनीखेज जानकारियां मिलीं है.
पश्चिम बंगाल पुलिस का यह दावा है कि राजीव कुमार ने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर कीं, इसके बाद प्रभावित पक्षों से काफी वसूली की. कोलकाता पुलिस की टीम ने राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद उनके रांची स्थित आवास पर छापेमारी की थी. पुलिस ने राजीव कुमार की संपत्ति का विवरण भी तैयार किया था. प. बंगाल पुलिस ने माना है कि राजीव कुमार ने पीआईएल का इस्तेमाल कर काफी कमाई की है.