रांचीः सीएम हेमंत सोरेन के करीबी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को ईडी ने नोटिस (ED notice to Jharkhand Education Minister) भेजा है. इससे महागठबंधन में शामिल दलों ने ईडी के बहाने भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस और जेएमएम ने कहा कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार और बीजेपी के इशारे पर की जा रही है.
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जेएमएम नेता मनोज पांडे ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार जनहित में एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही है. इस स्थिति में बीजेपी के नेताओं को गांव में घूमना मुश्किल हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के नेता मुद्दा विहीन हो गए हैं. इससे कोई स्टैंड नहीं ले पा रही है. अब वह ईडी को टूल के रूप में इस्तेमाल कर रही है. मनोज पांडे ने कहा कि जगरनाथ महतो का मंत्री के रूप में बेस्ट परफॉर्मेंस रहा है. शिक्षा मंत्री के काम से हताश बीजेपी के इशारे पर ईडी कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि लोकप्रिय मुख्यमंत्री को ईडी के माध्यम से परेशान करने की साजिश की गई. लेकिन राज्य की जनता करारा जवाब देगी. उन्होंने कहा कि आज ईडी का मतलब इलेक्ट्रोल डिवाइस फॉर एस्योरिंग विक्ट्री फॉर बीजेपी हो गया है.
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि 2014 के बाद मोदी के शासन में ईडी की निष्पक्षता समाप्त हो गयी है. उन्होंने कहा कि आज विपक्षी दलों के नेताओं को डराने धमकाने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईडी केंद्र की भाजपा सरकार का इलेक्शन मैनेज डिपार्टमेंट बन कर रह गई है. उन्होंने कहा कि ईडी को सिर्फ विपक्ष के नेताओं के घर का पता मालूम है. विपक्ष के नेता बीजेपी में शामिल हो जाती है तो पता भूल जाती है. उन्होंने कहा कि नारायण राणे सहित दर्जनों नेता इसके उदाहरण हैं.